जयपुर . लोकसभा चुनाव के मैदान में जयपुर शहर की सीट पर भाजपा के रामचरण बोहरा को टक्कर देने उतरी कांग्रेस की ज्योति खंडेलवाल ने सियासी समीकरणों को साधना शुरू कर दिया है. टिकट मिलने के बाद ज्योति और पार्टी के दूसरे नेता जहां राजनीतिक गोटियों को बिठाने में लगे हैं. वहीं, पार्टी पदाधिकारियों और विधायकों की बैठक लेते आला नेताओं ने सभी को एकजुट होकर काम करने के निर्देश दिए हैं. लेकिन, इस बैठक में जयपुर सीट से टिकट के प्रबल दावेदार रहे महेश जोशी की गैर मौजूदगी ने राजनीतिक चर्चाओं को हवा दे दी है. हालांकि, शहर कांग्रेस का साफ कहना है कि जोशी बैठक दौरान जयपुर में नहीं थे. उन्होंने इससी सूचना पहले ही दे दी थी.
राजस्थान की हॉट सीट जयपुर शहर पर भाजपा की ओर से मौजूदा सांसद रामचरण बोहरा पर दोबारा भरोसा जताने के बाद कांग्रेस ने ज्योति खंडलेवाल को आगे करके बड़ा दांव खेल दिया है. कांग्रेस के टिकट पर मैदान में उतरने के बाद ज्योति अपनी जीत की राह को आसान बनाने के लिए जुट गई हैं. वहीं, चुनावी रणनीति को तैयार करने के लिए हुई बैठक के दौरान मौजूद पार्टी नेताओं और जनप्रतिनिधियों को कांग्रेस के सह प्रभारी विवेक बंसल और परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने पूरी सक्रियता के साथ काम करने के निर्देश दिए. इस बैठक के दौरान पार्टी नेताओं को एकजुट होकर जमीनी स्तर पर काम करने के निर्देश दिए गए. परिवहन मंत्री खाचरियावास ने साफ कहा कि पार्टी के सभी नेता एकजुट हैं और चुनाव में जीत हासिल करेंगे. लेकिन, इस बैठक में सभी नेताओं के बीच महेश जोशी की अनुपस्थिति के बाद राजनीतिक चर्चाओं का दौर तेज हो गया है. महेश जोशी इस सीट से टिकट के प्रबल दावेदार थे.
लेकिन, टिकट हासिल करने में ज्योति खंडेलवाल कामयाब रही हैं. जिसके बाद अब बैठक में जोशी की गैर मौजूदगी ने राजनीतिक चर्चाओं को हवा दे दी है. हालांकि, इस संबंध में शहर कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि जोशी के बाहर होने के कारण वे बैठक में शामिल नहीं हो पाए. आपको बता दें कि विधानसभा चुनाव के दौरान ज्योति खंडेलवाल किशनपोल और विद्याधर नगर से टिकट की दावेदार बनी हुई थी. लेकिन, टिकट नहीं मिलने पर वे नाराज हो गई थी. जबकि, उनके समर्थकों के भीतर भी रोष बना हुआ था. ऐसे में माना जा रहा है कि ज्योति को लोकसभा चुनाव के दौरान भीतरघात की आशंका बनी हुई है. यही वजह है कि ज्योति के साथ ही पार्टी के बड़े नेता सभी पदाधिकारियों को एक जाजम पर बिठाते हुए एकजुटता दिखाते हुए चुनाव को साधने में लगी हैं.