जयपुर. प्रदेश में राजनीतिक नियुक्तियों की सुगबुगाहट अपने चरम पर है. डेढ़ साल से नियुक्तियों का इंतजार कर रहे कार्यकर्ता अब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट से आस कर रहे हैं कि लगातार कांग्रेस पार्टी के लिए काम करने और उसे सत्ता में लाने के प्रतिसाद के तौर पर उसे नियुक्तियों के माध्यम से सरकार में भागीदारी मिलेगी.
सरकार के तौर पर मनोनीत पार्षदों की नियुक्ति के बीच राजस्थान का कांग्रेस कार्यकर्ता मंत्रियों, विधायकों के साथ ही प्रदेश कांग्रेस दफ्तर में भी अपने बायोडाटा के साथ पहुंच रहा है और अपने लिए राजनीतिक नियुक्तियों में एडजस्ट किए जाने की मांग कर रहा है.
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आने वाले कार्यकर्ता और नेता अपने साथ बायोडाटा और विधानसभा, लोकसभा चुनाव में किए गए कामों का ब्योरा लेकर पहुंच रहे हैं. राजधानी जयपुर के कार्यकर्ताओं के अलावा बड़ी तादाद में अन्य जिलों से भी कार्यकर्ता प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पहुंच रहे हैं.
पढ़ें- कोरोना वॉरियर्स चिकित्सा कर्मियों को होटल्स में ठहराने का इंतजाम करे सरकार : पूर्व चिकित्सा मंत्री
वहीं, जबसे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने यह बयान दिया है कि 5 साल पार्टी को सत्ता में लाने के लिए तन-मन-धन से जुटे कार्यकर्ताओं के मान सम्मान की रक्षा करना उनकी जिम्मेदारी है. ऐसे में कार्यकर्ताओं को आस है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कार्यकर्ताओं और नेताओं को भी राजनीतिक नियुक्तियों में एडजस्ट करने का प्रयास करेंगे.
यही कारण है कि बड़ी तादाद में कांग्रेसी अपना बायोडाटा लेकर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पहुंच रहे हैं. प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से यह बायोडाटा इकट्ठे भी किए जा रहे हैं और इन्हें कोआर्डिनेशन कमेटी के सामने रखा जाएगा, ताकि इन पर चर्चा हो सके. दरअसल प्रदेश में करीब 10 हजार से ज्यादा राजनीतिक नियुक्तियां ब्लॉक, जिला और प्रदेश स्तर पर होनी है. वहीं, 3 दर्जन से ज्यादा निगम बोर्ड और आयोग पर भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं की नजर है.