जयपुर. अतिरिक्त मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट क्रम-16 अदालत में पानीपत फिल्म में राजा सूरजमल के चरित्र हनन का आरोप लगाते हुए परिवाद पेश किया गया है. जिस पर अदालत 16 दिसंबर को सुनवाई करेगी.
परिवादी दलेसिंह की ओर से पेश परिवाद में कहा गया कि फिल्म में जो दृश्य दिखाए गए हैं, उनमें राजा सूरजमल को लालची छवि का दिखाया गया है. इसके अलावा मराठाओं की ओर से उन्हें भरतपुर में शरण देना भी बताया गया है.
जबकि ऐतिहासिक तथ्यों के अनुसार सूरजमल उदार व्यक्तित्व वाले थे और किसी भी युद्ध में पराजित नहीं हुए थे. परिवाद में गुहार की गई है कि फिल्म निदेशक आशुतोष गोवारिकर, निर्माता सुनिता गोवारिकर और शेलतकर सहित लेखक अशोक चक्रधर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाए.