जयपुर. कोरोना संक्रमण के कारण लागू लॉकडाउन में देश भर में ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया गया था. रेलवे की ओर से कुछ ट्रेनों का संचालन एक बार फिर शुरू किया गया है, लेकिन इनमें छोटी दूरियों वाले ट्रेनों और लोकल ट्रेनों का संचालन अभी शुरू नहीं किया गया है. इस कारण ट्रेनों के संचालन बंद होने का सबसे अधिक असर हर रोज अप डाउन करने वाले यात्रियों पर पड़ा है.
दरअसल, रेलवे की ओर से ट्रेन का संचालन शुरू कर दिया गया है, लेकिन इन ट्रेनों में जनरल टिकट और मंथली सीजन टिकट (एमएसटी) पर यात्रा प्रतिबंध है. ऐसे में जयपुर के आस पास 100 किलोमीटर से रोजाना रोजगार के लिए आने-जाने वाले लोगों को टू व्हीलर या अन्य साधनों से आने को मजबूर भी होना पड़ रहा है.
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वहीं, दूसरी तरफ इन लोगों की जो एमएसटी का किराया भी अभी तक रिफंड नहीं किया गया है, जिससे इन लोगों के सामने एक बड़ी परेशानी खड़ी हो रही है. रेलवे ने अभी तक न तो लोगों को एडवांस में मिले एमएसटी का किराया रिफंड किया है और न ही इस संबंध में अब तक कोई योजना बनाई है. ऐसे में अगर रेलवे कम दूरी के बीच लोकल किराया वाली सेटिंग चार्ज के साथ ट्रेनें चला दे, साथ ही एमएसटी को फ्रीज कर दे या फिर एमएसटी को एक्सटेंशन दे तो इससे निम्न और मध्यम वर्ग के लोगों को भी कम किराए पर ट्रेनों की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी. जिससे की आम जन को भी राहत मिलेगी.
इन इलाकों के यात्रियों को हो रही समस्या...
रेल प्रशासन के आंकड़ों की मानें तो रोजाना अप-डाउन करने वाले यात्रियों में जयपुर से सबसे ज्यादा यात्री फुलेरा और बांदीकुई के हैं. रोज करीब 50 हजार लोग नौकरी दिहाड़ी के लिए अपडाउन करते हैं. इनमें 40 प्रतिशत से अधिक लोग ट्रेनों से सफर करते हैं. ऐसे में ट्रेन बंद होने की वजह से उन लोगों के रोजगार पर भी संकट छाया हुआ है. रोजगार बचाने के लिए आन लोगों को मजबूरन टू व्हीलर के माध्यम से ही राजधानी आना पड़ रहा है.