जयपुर. जयपुर में गुलाबी ठंड का एहसास शहर वासियों को होने लगा है. क्योंकि पहाड़ों में हो रही हल्की बर्फबारी से देशभर के उत्तरी भागों में सर्द हवाओं ने दस्तक देनी शुरू कर दी है. बीते दिनों हवाओं में नमी घटने से सुबह और शाम के मौसम में ठंड बढ़ने लगी है. भारतीय मौसम विभाग की माने तो इस बार कड़ाके की ठंड पड़ने के आसार हैं. साथ ही इस बार सर्दी का मौसम लंबे वक्त तक रहने की संभावना है.
वहीं एक निजी संस्थान की मानें तो इस समय "एल नीनो" की स्थिति बन रही है. इसके चलते इस बार कड़ाके की सर्दी के साथ-साथ दिन लंबा रहने की भी संभावना जताई जा रही है. राजस्थान में बीते करीब 1 सप्ताह से रात के तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. प्रदेश के तमाम जिलों में बीती रात में पारा 15 डिग्री के नीचे दर्ज किया गया है.
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इसके साथ ही मौसम विज्ञान केंद्र के प्रभारी निदेशक राधेश्याम शर्मा की माने तो आने वाले दिनों में प्रदेश के सभी जिलों के तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी.वहींं पश्चिमी विक्षोभ और बर्फबारी से सर्दी का ग्राफ भी इस बार बढ़ेगा. राधेश्याम की माने तो कड़ाके की सर्दी दिसंबर से शुरू होगी. लेकिन यह इस बात पर निर्भर करेगा कि उत्तरी भारत के हिमाचल, जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी की क्या स्थिति रहती है. क्योंकि इन क्षेत्रों में बर्फबारी होती है तभी मैदानी क्षेत्र में सर्दी शुरू हो जाती है.
इसके अलावा प्रदेश में आने वाले पश्चिमी विक्षोभ को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं. वहीं पश्चिमी विक्षोभ के आने से ही प्रदेश में मावठ होगी. जो खेती के लिए अनुकूल परिस्थितियां भी रहेगी. प्रशांत महासागर में पानी और हवा के साथ ही तापमान से ही बारिश, गर्मी और ठंड का पैटर्न तय होता है. एल नीनो प्रभाव से प्रशांत महासागर में दक्षिणी अमेरिका से इंडोनेशिया की तरफ हवाई चलती है. जो सतह से गर्म पानी को उड़ाने लगती है.