जयपुर. राजस्थान हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश इंद्रजीत महांति की कोरोना रिपोर्ट को लेकर जयपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नरोत्तम शर्मा ने RUHS से जवाब मांगा है. मुख्य न्यायाधीश (CJ) की कोरोना रिपोर्ट पर असमजंस की स्थिति बन गई थी, जिसमें उनकी कोरोना रिपोर्ट दो जांच में अलग-अलग आई थी.
राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय में जब इंद्रजीत महांति की कोविड-19 की जांच करवाई गई तो वह पॉजिटिव पाए गए थे लेकिन इसके बाद जब चिकित्सा विभाग ने अगले दिन जांच की तो उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई. ऐसे में रिपोर्ट को लेकर हुए कन्फ्यूजन पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (RUHS) से जवाब मांगा है. न्यायधीश इंद्रजीत के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट भी किया था और उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की थी.
डॉक्टर नरोत्तम शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि RUHS में हुई कोरोना जांच में जस्टिस पॉजिटिव पाए गए थे लेकिन जब चिकित्सा विभाग ने जस्टिस महांति का कंफर्मेशन टेस्ट किया तो वे नेगेटिव पाए गए हैं. इस टेस्ट में सभी प्रोटोकॉल का ध्यान रखा गया था. ऐसे में चूक राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय से हुई है. जिसे लेकर इसे विद्यालय से जवाब मांगा गया है.
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दरअसल, राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय कि लैब में जब जस्टिस इंद्रजीत कि जांच सैंपल भेजे गए तो वह पॉजिटिव पाए गए लेकिन हाई कोर्ट से उठाए गए सैंपल में उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है. हाईकोर्ट से लिए गए सैंपल को उनका दूसरा सैंपल बताया जा रहा है. ऐसे में पहली जांच उनकी पॉजिटिव पाई गई थी और दूसरी नेगेटिव. जिसके बाद एक बार फिर से दो अलग-अलग लैब के अंदर उनके सैंपल भेजे गए और चिकित्सा विभाग के कंफर्मेशन टेस्ट में इंद्रजीत महांति की रिपोर्ट नेगेटिव आई है.
ऐसे में चिकित्सा विभाग ने तर्क देते हुए कहा है कि आरटी पीसीआर टेस्ट में करीब 70 से 80 फीसदी एक्यूरेसी होती है. ऐसे में पूरे प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए उनका दोबारा कंफर्मेशन टेस्ट करवाया गया और उनकी जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है.