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CM ने वीसी के जरिए लिए सांसद विधायकों के सुझाव, वसुंधरा राजे सहित भाजपा विधायक भी जुड़े

कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए और बेहतर सुझावों और सभी क्षेत्रों की परेशानियों को जानने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहतोत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संभाग वार प्रदेश के विधायक और सांसदों से चर्चा की. इस दौरान भाजपा के विधायक और सांसद भी जुड़े तो वहीं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी इस संवाद में कई घंटे तक शामिल रहीं.

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Published : May 10, 2020, 9:42 PM IST

जयपुर. वैश्विक महामारी कोरोना के संकट के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस जंग में सियासी भेदभाव मिटाते हुए सबको साथ में लेकर चलने की एक और अभिनव पहल की. रविवार को मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संभाग वार प्रदेश के विधायक और सांसदों से चर्चा कर सुझाव लिए. खास बात यह रही कि इसमें भाजपा के विधायक और सांसद भी जुड़े तो वहीं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी इस संवाद में कई घंटे तक शामिल रहीं.

सीएम ने वीसी के जरिये लिए सांसद-विधायकों के सुझाव

संवाद की शुरुआत उदयपुर संभाग से हुई और उसके बाद जोधपुर और बीकानेर संभाग के जनप्रतिनिधियों से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चर्चा कर सुझाव लिए. ऐसे तो हर जिले और क्षेत्र की अलग-अलग समस्याएं रहीं और उसी के तहत जनप्रतिनिधियों ने अपने सुझाव भी दिए. लेकिन राजस्थान लौट रहे प्रवासियों को बॉर्डर पर रोके जाने को लेकर लगभग भाजपा के हर विधायक और सांसद ने आपत्ति जताई.

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इन प्रवासियों को लेकर अपनी चिंता जताई और मुख्यमंत्री से इन्हें वापस राजस्थान में अपने परिवार तक पहुंचाने का आग्रह भी किया. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने भी संकट की इस घड़ी में सरकार का पूरा साथ देने की बात कही. लेकिन जो कुछ कमियां थीं उनको भी मुख्यमंत्री के सामने रखा.

पढ़ें: SPECIAL: आग बुझाते ही नहीं, पेट की 'आग' को शांत भी करते हैं फायर फाइटर्स

वनमंत्री ने कहा शिकारियों पर लगे लगाम-

संवाद के दौरान वन मंत्री सुखराम विश्नोई ने मुख्यमंत्री से कहा कि कुछ जिलों में लॉकडाउन के दौरान शिकारी वन्यजीवों का शिकार कर रहे हैं. जिसे रोका जाना बेहद जरूरी है. उन्होंने मुख्यमंत्री से इस संबंध में पुलिस प्रशासन को अलर्ट किए जाने की बात कही.

जनप्रतिनिधियों ने टिड्डी दल के हमले को लेकर दिया सुझाव-

संवाद के दौरान बाड़मेर जैसलमेर सहित कई सीमावर्ती जिलों के जनप्रतिनिधियों ने टिड्डी दल के हमले को लेकर भी अपनी परेशानी मुख्यमंत्री के समक्ष रखी. जनप्रतिनिधियों ने कहा पिछली बार भी टिड्डी दल ने किसानों का काफी नुकसान किया था और इस बार भी यदि सरकार ने उचित कदम नहीं उठाए, तो स्थिति खराब हो सकती है.

पढ़ें: EXCLUSIVE: ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री पर कोरोना का अटैक, लॉकडाउन में लगभग 16,000 करोड़ का घाटा

प्रधानमंत्री जी आपके किसी आग्रह को नहीं टालते गहलोत साहब- विश्नोई

संवाद के दौरान नोखा से विधायक बिहारीलाल बिश्नोई ने भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से प्रवासीयों को अपने घर तक पहुंचाने के लिए तेजी से प्रयास करने का निवेदन किया. साथ ही कहा कि गहलोत साहब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कभी भी आपके किसी आग्रह को नहीं टालते. अगर आप उन्हें और भी ट्रेनें चलाने का निवेदन करेंगे, तो वह कराएंगे. लेकिन आप जल्द से जल्द इन प्रवासियों को अपने घरों तक पहुंचाएं. विश्नोई ने इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को भी प्रणाम किया और कुछ शेरों शायरी भी करी.

जयपुर. वैश्विक महामारी कोरोना के संकट के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस जंग में सियासी भेदभाव मिटाते हुए सबको साथ में लेकर चलने की एक और अभिनव पहल की. रविवार को मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संभाग वार प्रदेश के विधायक और सांसदों से चर्चा कर सुझाव लिए. खास बात यह रही कि इसमें भाजपा के विधायक और सांसद भी जुड़े तो वहीं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी इस संवाद में कई घंटे तक शामिल रहीं.

सीएम ने वीसी के जरिये लिए सांसद-विधायकों के सुझाव

संवाद की शुरुआत उदयपुर संभाग से हुई और उसके बाद जोधपुर और बीकानेर संभाग के जनप्रतिनिधियों से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चर्चा कर सुझाव लिए. ऐसे तो हर जिले और क्षेत्र की अलग-अलग समस्याएं रहीं और उसी के तहत जनप्रतिनिधियों ने अपने सुझाव भी दिए. लेकिन राजस्थान लौट रहे प्रवासियों को बॉर्डर पर रोके जाने को लेकर लगभग भाजपा के हर विधायक और सांसद ने आपत्ति जताई.

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इन प्रवासियों को लेकर अपनी चिंता जताई और मुख्यमंत्री से इन्हें वापस राजस्थान में अपने परिवार तक पहुंचाने का आग्रह भी किया. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने भी संकट की इस घड़ी में सरकार का पूरा साथ देने की बात कही. लेकिन जो कुछ कमियां थीं उनको भी मुख्यमंत्री के सामने रखा.

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वनमंत्री ने कहा शिकारियों पर लगे लगाम-

संवाद के दौरान वन मंत्री सुखराम विश्नोई ने मुख्यमंत्री से कहा कि कुछ जिलों में लॉकडाउन के दौरान शिकारी वन्यजीवों का शिकार कर रहे हैं. जिसे रोका जाना बेहद जरूरी है. उन्होंने मुख्यमंत्री से इस संबंध में पुलिस प्रशासन को अलर्ट किए जाने की बात कही.

जनप्रतिनिधियों ने टिड्डी दल के हमले को लेकर दिया सुझाव-

संवाद के दौरान बाड़मेर जैसलमेर सहित कई सीमावर्ती जिलों के जनप्रतिनिधियों ने टिड्डी दल के हमले को लेकर भी अपनी परेशानी मुख्यमंत्री के समक्ष रखी. जनप्रतिनिधियों ने कहा पिछली बार भी टिड्डी दल ने किसानों का काफी नुकसान किया था और इस बार भी यदि सरकार ने उचित कदम नहीं उठाए, तो स्थिति खराब हो सकती है.

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प्रधानमंत्री जी आपके किसी आग्रह को नहीं टालते गहलोत साहब- विश्नोई

संवाद के दौरान नोखा से विधायक बिहारीलाल बिश्नोई ने भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से प्रवासीयों को अपने घर तक पहुंचाने के लिए तेजी से प्रयास करने का निवेदन किया. साथ ही कहा कि गहलोत साहब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कभी भी आपके किसी आग्रह को नहीं टालते. अगर आप उन्हें और भी ट्रेनें चलाने का निवेदन करेंगे, तो वह कराएंगे. लेकिन आप जल्द से जल्द इन प्रवासियों को अपने घरों तक पहुंचाएं. विश्नोई ने इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को भी प्रणाम किया और कुछ शेरों शायरी भी करी.

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