जयपुर. किसान नेता राकेश टिकैत की गाड़ियों के काफिले पर शुक्रवार को अलवर में कुछ लोगों ने पत्थर फेंका. घटना में किसी को चोट तो नहीं लगी, लेकिन टिकैत की कार का पिछला शीशा क्षतिग्रस्त हो गया. गहलोत ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा, दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. पुलिस ने बताया, यह घटना बहरोड़ के ततारपुर चौराहे पर हुई. इस संबंध में एक छात्र नेता सहित चार लोगों को हिरासत में लिया गया है.
गहलोत ने ट्वीट कर कहा, BJP किसान आंदोलन की शुरुआत से ही किसानों के हक में संघर्ष करने वालों के प्रति अनर्गल बयानबाजी और अलोकतांत्रिक बर्ताव कर रही है. जो कि शर्मनाक है. इस तरह की घटनाओं की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है. इस तरह की घटना करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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बता दें, कृषि कानून के खिलाफ हो रहे किसानों के प्रदर्शन को धार देने के लिए लगातार किसान नेताओं की महापंचायतों का दौर जारी है. शुक्रवार को अलवर में भाकियू नेता राकेश टिकैत के काफिले पर कुछ अज्ञात लोगों ने हमला बोल दिया. हमले में टिकैत की गाड़ी के शीशे टूट गए. हालांकि, हमले में जानमाल का नुकसान नहीं हुआ. वहीं पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए चार लोगों को हिरासत में लिया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. टिकैत के काफिले पर अलवर में उस वक्त हमला हुआ, जब वो एक सभा को संबोधित कर आगे बढ़ रहे थे. इसी बीच ततारपुर चौराहे पर उनका काफिला पहुंचा ही था कि भीड़ ने टिकैत के काफिले पर पथराव शुरू किया. पथराव में टिकैत की कार के शीशे टूट गए. अपने ऊपर हुए हमले पर टिकैत ने कहा, बीजेपी के गुंडों ने हमला करवाया है.
न्यूक्लियर पावर गैलरी की स्थापना के लिए एमओयू का अनुमोदन
राज्य सरकार क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र एवं विज्ञान उद्यान, जयपुर में 'हाॅल ऑफ न्यूक्लियर पावर गैलरी' की स्थापना करेगी. गहलोत ने न्यूक्लियर पावर काॅर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड, मुंबई के सहयोग से स्थापित होने वाली इस गैलरी के एमओयू का प्रशासनिक अनुमोदन कर दिया है.
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मुख्यमंत्री की इस मंजूरी से प्रदेश में जल्द ही हाॅल ऑफ न्यूक्लियर पावर गैलरी की स्थापना हो सकेगी. गैलरी स्थापना की अनुमानित लागत लगभग 5 करोड़ 53 लाख रुपए है. इसका कार्य एमओयू हस्ताक्षरित होने के 36 महीने में पूरा होना प्रस्तावित है. इस गैलरी की स्थापना परमाणु ऊर्जा के प्रति लोगों के दृष्टिकोण को बेहतर बनाने, इसके संवर्धन तथा जन जागरूकता के उद्देश्य से की जा रही है. इसकी स्थापना से विद्यार्थियों का भी परमाणु ऊर्जा के संबंध में ज्ञानवर्द्धन हो सकेगा.