ETV Bharat / city

पर्यटन विभाग की समीक्षा बैठक, सीएम गहलोत ने कहा- जल्द लाएंगे नई पर्यटन नीति

author img

By

Published : Aug 5, 2020, 10:29 PM IST

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान पर्यटन का महत्वपूर्ण केन्द्र है. इससे प्रदेश के लाखों लोगों की आजीविका जुड़ी हुई है. पर्यटन गतिविधियों को प्रोत्साहन देने के लिए राज्य सरकार जल्द ही नई पर्यटन नीति लाएगी. प्रदेश में करीब 20 साल बाद लाई जा रही इस पर्यटन नीति से कोविड- 19 के कारण संकट का सामना कर रहे पर्यटन क्षेत्र को दोबारा पटरी पर लाने में भी मदद मिलेगी.

सीएम अशोक गहलोत  राजस्थान में पर्यटन  पर्यटन नीति  वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग  jaipur news  rajasthan news  cm ashok gehlot  etv bharat news  video conferencing  tourism policy
पर्यटन विभाग की समीक्षा बैठक

जयपुर. सीएम अशोक गहलोत बुधवार को मुख्यमंत्री निवास पर वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पर्यटन विभाग की समीक्षा कर रहे थे. वीडियो काॅन्फ्रेंस में गहलोत ने पर्यटन विभाग के जिलास्तरीय अधिकारियों से भी संवाद किया. साथ ही पर्यटन को गति देने के लिए उनके सुझाव भी जाना.

गहलोत ने कहा कि मेले और उत्सव हमारी सांस्कृतिक धरोहर है. ज्यादा से ज्यादा देशी और विदेशी पर्यटक इनसे जुड़ सकें, इसके लिए इन्हें नया रूप दिया जाए. पुष्कर मेला, डेजर्ट फेस्टिवल, कुंभलगढ़ और बूंदी उत्सव सहित अन्य मेलों और उत्सवों की नए सिरे से ब्रांडिंग की जाए. इनमें नई सोच के साथ ऐसी गतिविधियों को शामिल करें, जिनसे पर्यटक आकर्षित हों. उन्होंने कहा कि राजस्थान में बड़ी संख्या में प्राचीन और पुरामहत्व के धार्मिक स्थल हैं. अधिकारी धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से इन धार्मिक स्थलों के विकास की रूपरेखा तैयार करें.

यह भी पढ़ेंः गहलोत सरकार का बड़ा निर्णय, GPF ब्याज दर में नहीं होगी कटौती

सीएम गहलोत ने कहा कि भरतपुर के केवलादेव नेशनल पार्क में पानी की समस्या दूर करने के लिए स्थाई हल निकाला जाए. पर्यटन स्थलों पर लपकों की समस्या के कारण सैलानियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है और ठगी की शिकायतें भी सामने आती हैं. इस समस्या के समाधान के लिए प्रभावी कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा कि पर्यटन स्थलों पर साफ-सफाई का भी विशेष ध्यान रखा जाए.

पर्यटन राज्यमंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए कोरोना के इस समय में वर्चुअल सेमिनार, मंदिरों के ऑनलाइन दर्शन जैसे नवाचार अपनाए जा सकते हैं. नई पर्यटन नीति का प्रारूप तैयार है. इसी माह के अंत तक इसे अंतिम रूप दे दिया जाएगा.

मुख्य सचिव राजीव स्वरूप ने कहा कि कोविड- 19 के कारण पर्यटन क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. अनलाॅक के तहत जैसे-जैसे आर्थिक गतिविधियों को अनुमत किया जा रहा है. वैसे-वैसे इस क्षेत्र को भी गति देने के प्रयास किए जा रहे हैं.

यह भी पढ़ेंः सीएम गहलोत ने VC के जरिए 151 कर्मचारी संगठनों से किया संवाद

पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव आलोक गुप्ता ने प्रस्तुतीकरण में बताया कि पर्यटन क्षेत्र से प्रदेश में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से करीब 40 लाख लोग जुड़े हुए हैं. इसका राज्य की जीडीपी में बड़ा योगदान है. विभाग प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए निरन्तर प्रयास कर रहा है. बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त निरंजन आर्य तथा सूचना एवं जनसम्पर्क आयुक्त महेन्द्र सोनी सहित पर्यटन विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे.

जयपुर. सीएम अशोक गहलोत बुधवार को मुख्यमंत्री निवास पर वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पर्यटन विभाग की समीक्षा कर रहे थे. वीडियो काॅन्फ्रेंस में गहलोत ने पर्यटन विभाग के जिलास्तरीय अधिकारियों से भी संवाद किया. साथ ही पर्यटन को गति देने के लिए उनके सुझाव भी जाना.

गहलोत ने कहा कि मेले और उत्सव हमारी सांस्कृतिक धरोहर है. ज्यादा से ज्यादा देशी और विदेशी पर्यटक इनसे जुड़ सकें, इसके लिए इन्हें नया रूप दिया जाए. पुष्कर मेला, डेजर्ट फेस्टिवल, कुंभलगढ़ और बूंदी उत्सव सहित अन्य मेलों और उत्सवों की नए सिरे से ब्रांडिंग की जाए. इनमें नई सोच के साथ ऐसी गतिविधियों को शामिल करें, जिनसे पर्यटक आकर्षित हों. उन्होंने कहा कि राजस्थान में बड़ी संख्या में प्राचीन और पुरामहत्व के धार्मिक स्थल हैं. अधिकारी धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से इन धार्मिक स्थलों के विकास की रूपरेखा तैयार करें.

यह भी पढ़ेंः गहलोत सरकार का बड़ा निर्णय, GPF ब्याज दर में नहीं होगी कटौती

सीएम गहलोत ने कहा कि भरतपुर के केवलादेव नेशनल पार्क में पानी की समस्या दूर करने के लिए स्थाई हल निकाला जाए. पर्यटन स्थलों पर लपकों की समस्या के कारण सैलानियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है और ठगी की शिकायतें भी सामने आती हैं. इस समस्या के समाधान के लिए प्रभावी कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा कि पर्यटन स्थलों पर साफ-सफाई का भी विशेष ध्यान रखा जाए.

पर्यटन राज्यमंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए कोरोना के इस समय में वर्चुअल सेमिनार, मंदिरों के ऑनलाइन दर्शन जैसे नवाचार अपनाए जा सकते हैं. नई पर्यटन नीति का प्रारूप तैयार है. इसी माह के अंत तक इसे अंतिम रूप दे दिया जाएगा.

मुख्य सचिव राजीव स्वरूप ने कहा कि कोविड- 19 के कारण पर्यटन क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. अनलाॅक के तहत जैसे-जैसे आर्थिक गतिविधियों को अनुमत किया जा रहा है. वैसे-वैसे इस क्षेत्र को भी गति देने के प्रयास किए जा रहे हैं.

यह भी पढ़ेंः सीएम गहलोत ने VC के जरिए 151 कर्मचारी संगठनों से किया संवाद

पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव आलोक गुप्ता ने प्रस्तुतीकरण में बताया कि पर्यटन क्षेत्र से प्रदेश में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से करीब 40 लाख लोग जुड़े हुए हैं. इसका राज्य की जीडीपी में बड़ा योगदान है. विभाग प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए निरन्तर प्रयास कर रहा है. बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त निरंजन आर्य तथा सूचना एवं जनसम्पर्क आयुक्त महेन्द्र सोनी सहित पर्यटन विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.