जयपुर. राजस्थान में राज्य सभा की 3 सीटों के लिए 19 जून को होने वाले चुनाव को लेकर सियासत जारी है. 200 सीटों वाली राजस्थान विधानसभा से इन तीन सीटों के लिए 4 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. इसी बीच विधायकों के हॉर्स ट्रेडिंग का खतरा गहलोत सरकार पर मंडरा रहा है. विपक्ष की सैंधमारी के डर ने सरकार में खलबली मचा दी है. ऐसे में शुक्रवार को सीएम गहलोत ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस रखी है. जो 12 बजे होनी है. ये अनुमान लगाया जा रहा है कि इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम गहलोत ऐसे विधायकों को आगे लाएंगे जिन्हें वोट बदलने के लिए पैसे दिए गए हैं.
बता दें कि कांग्रेस विधायकों को शिव विलास रिसॉर्ट में रोका गया है. जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राज्यसभा प्रत्याशी केसी वेणुगोपाल, राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे और ICC महासचिव राजीव सातव बीती रात को विधायकों के साथ ही शिव विलास रिसोर्ट में रुके थे. इसी बीच अब यह चर्चा चल पड़ी है कि क्या वाकई में कांग्रेस और कांग्रेस समर्थित विधायकों को पैसे का ऑफर दिया गया है.
सचिन पायलट ने हॉर्स ट्रेडिंग की खबरों को सिरे से नकारा
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस बात का दावा कर रहे हैं कि विधायकों को पैसे का लालच दिया गया है. वहीं मुख्य सचेतक महेश जोशी ने तो इस मामले की शिकायत एसीबी में भी तक में कर दी है. लेकिन कांग्रेस के ज्यादातर विधायक इस बात को सिरे से नकार चुके हैं. साथ ही सचिन पायलट भी हॉर्स ट्रेंडिग का कोई खतरा नहीं होने की बात कह चुके हैं.
यह भी पढे़ं- राजस्थान कांग्रेस के विधायकों का बढ़ा कुनबा, अब BTP के दोनों विधायक भी पहुंचे रिसोर्ट
सचिन पायलट ने हॉर्स ट्रेडिंग की बात से किया इंकार
शुक्रवार को कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के साथ ही राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे संगठन महामंत्री और राज्यसभा प्रत्याशी केसी वेणुगोपाल भी मौजूद रहेंगे. ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि गहलोत उन विधायकों को आगे कर दें, जिन्हें किसी तरीके का प्रलोभन दिया गया हो.
वहीं यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी के दो दलित विधायक कांग्रेस प्रत्याशी नीरज डांगी को समर्थन दे दें. हालांकि इन दोनों बातों की केवल अभी संभावनाएं ही हैं. प्रेस कॉन्फ्रेंस में ही साफ होगा की क्या रणनीति कांग्रेस पार्टी की तैयार हुई है.