जयपुर. रविवार को शहीद दिवस पर मुख्यमंत्री सचिवालय में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने रीट पेपर लीक मामले में डीपी जारोली की बर्खास्तगी पर कहा कि (CM Gehlot on DP Jaroli Dismissal) हर गलती कीमत मांगती है. इस परीक्षा को रद्द करने में 1 मिनट लगेगा, लेकिन इसका प्रभाव एक लाख भर्तियों पर पड़ेगा.
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि (शहीद दिवस) पर सचिवालय में पुष्पांजलि कार्यक्रम आयोजित हुआ. जिसमें 2 मिनट का मौन रखकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी गई. इस दौरान गहलोत ने कहा कि ये दिन गांधी जी के बलिदान को याद दिलाता है. उनकी हत्या करने वाले किस विचारधारा से संबंध रखते हैं, सब समझते हैं. उनके बलिदान दिवस पर आज पूरा देश उन्हें याद करता है. आइंस्टाइन जैसे वैज्ञानिक तक ने कहा था कि आने वाली पीढ़ियों को विश्वास नहीं होगा कि एक हाड़-मांस का व्यक्ति भी बना था. आज गांधी के विचारों को नई पीढ़ी तक पहुंचाने की आवश्यकता है.
इस दौरान गहलोत ने बीजेपी और आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा कि देश में बीजेपी आरएसएस का ट्रोल मीडिया काम कर रहा है. सोशल मीडिया की ट्रोल आर्मी को लाखों-करोड़ों रुपए दिए जाते हैं. किसी भी मुद्दे पर आलोचना हो तो ट्रोल आर्मी के लोग आक्रमण करने के लिए टूट पड़ते हैं, जबकि लोकतंत्र में आलोचना का भी स्वागत किया जाता है. लेकिन आज की स्थिति में आलोचना करने वाले को देशद्रोही माना जाता है. जो हर नागरिक के लिए चिंता का विषय बना हुआ है.
उन्होंने कहा कि पेगासस का मुद्दा (CM Gehlot on Pegasus Controversy) कोई छोटा नहीं है. इस पर सरकार को स्पष्टीकरण देना चाहिए. पीएम को देश को संबोधित करना चाहिए. जासूसी मामले में अमेरिकी राष्ट्रपति का इस्तीफा तक हुआ था. उन्होंने कहा कि जहां चुनाव होता है वहां ईडी पहुंच जाती है. सीएम ने रीट पेपर लीक मामले में कहा कि ये मुद्दा बड़ा होना ही चाहिए. कई राज्यों में पेपर लीक की गैंग बन गई है.
राज्य सरकार को भनक लगते ही एक्शन लिया गया और एसओजी को जिम्मेदारी सौंपी गई. नेता प्रतिपक्ष कटारिया ने भी एसओजी की जांच का स्वागत किया. जिनकी लिप्तता होगी उन अधिकारियों को बर्खास्त किया जाएगा. हाईकोर्ट जज की अध्यक्षता में एक कमेटी भी बनाई है और आगामी विधानसभा सत्र में एक बिल भी लाया जाएगा. जिससे किसी की हिम्मत नहीं होगी कि वो पेपर लीक करें. उन्होंने कहा कि राजनीति में कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें समझ नहीं है. बीजेपी में बड़े-बड़े नेता बन गए, लेकिन उनके बयानों पर हंसी आती है. वो बच्चों को गुमराह करते हैं और इस बहाने भर्तियां रोकने का प्रयास करते हैं.
बीजेपी राज में भी कई बार पेपर आउट हुए उन्होंने क्या किया, जबकि कांग्रेस ने तो इसे गंभीरता से लिया है. सीएम ने कहा कि कई लोग ऐसे बयान दे रहे हैं कि सीबीआई से जांच करवाओ, परीक्षा रद्द करो. ये एक-दो मिनट का फैसला है, लेकिन इसके परिणाम क्या होंगे. परीक्षाएं रुक जाएगी, लाखों भर्तियां अटक जाएगी. बिना सोचे-समझे इस तरह के बयान दिए जा रहे हैं.