जयपुर. राजस्थान पुलिस स्थापना दिवस के अवसर पर सीएम अशोक गहलोत ने उत्कृष्ट और सराहनीय कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया. उन्होंने अपने संबोधन में पुलिस खेल और उत्सव फंड की राशि को बढ़ाने की घोषणा (CM Gehlot increased Police sports and Utsav fund) की. इससे पहले सीएम गहलोत ने परेड की सलामी ली. इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने पुलिस के कामकाज की सराहना करते हुए हौसला अफजाई की.
गहलोत ने कहा कि पहली बार किसी सरकार ने पुलिस बेड़े को मजबूत करने के लिए बजट में संसाधन और नई भर्तियों की घोषणा की है. इससे पहले इस तरह की घोषणाएं किसी सरकार ने नहीं की थी. प्रदेश में हर अपराध के पंजीकरण को लेकर राज्य सरकार ने निर्देश दिए, जिसका असर अब देखने को मिल रहा है. डीजीपी एमएल लाठर की ओर से पुलिस महकमे के लिए मुख्यमंत्री के सामने मांग रखी गई, जिस पर मुख्यमंत्री ने मंच से ही पुलिस के खेल बजट को 50 लाख से बढ़ाकर 2 करोड़ रुपए और उत्सव फंड को 25 लाख से बढ़ाकर 1 करोड़ रुपए करने की घोषणा की.
पढ़ें: राजस्थान पुलिस स्थापना दिवस पर पुलिसकर्मियों ने ली लोगों के जीवन की रक्षा करने की शपथ
16 अप्रैल, 1949 का दिन राजस्थान पुलिस के लिए ऐतिहासिक माना जाता है. इस दिन सभी पूर्व रियासतों के पुलिस बलों का विलय कर राजस्थान पुलिस की स्थापना की गई. राजस्थान के गठन के बाद तत्कालीन राज्य प्रमुख की ओर से राजस्थान पुलिस एकीकरण अध्यादेश के जरिए राजस्थान पुलिस का एकीकरण किया गया था. उस दिन से राजस्थान पुलिस अस्तित्व में आई. राजस्थान पुलिस के स्थापना दिवस पर सराहनीय और उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिस अधिकारियों और जवानों का सम्मान किया गया.
लाठर ने बताया कि 74वां राजस्थान पुलिस स्थापना दिवस मनाया जा रहा है. राजस्थान पुलिस हर नागरिक की सेवा में समर्पित है. राजस्थान पुलिस स्थापना दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित हुए पुलिस अधिकारियों और जवानों को पदक प्रदान किए गए. परेड में राजस्थान पुलिस अकादमी समेत 11 प्लाटून शामिल हुईं. राजस्थान पुलिस स्थापना दिवस के आयोजन का मुख्य उद्देश्य पुलिसकर्मियों में गर्व की भावना का एहसास कराने के साथ ही बदलते समय के संदर्भ में पुलिस की भूमिका के संबंध में आत्म निरीक्षण कर आमजन की सेवा में स्वयं को समर्पित करना है.
पढ़ें: राजस्थान पुलिस स्थापना दिवस पर जगमगाया रानीवाड़ा थाना
इस अवसर पर राजस्थान पुलिस अकादमी में रक्तदान शिविर का आयोजन किया (Blood donation camp on Rajasthan Police foundation day) गया. रक्तदान शिविर में पुलिस के अधिकारियों और पुलिसकर्मियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया. लाठर ने रक्तदान शिविर में पहुंचकर रक्तदाताओं का उत्साहवर्धन किया. पुलिसकर्मियों ने रक्तदान करके रक्तदान के प्रति जागरूकता का भी संदेश दिया. इस अवसर पर पुलिस अकादमी ऑडिटोरियम में नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने जस्टिस फॉर एवरी चाइल्ड, रोल ऑफ पुलिस एंड सिविल सोसाइटी विषय पर व्याख्यान दिया.
'बड़ा खाना' में 2 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों और अधिकारियों ने किया भोजन: राजस्थान पुलिस स्थापना दिवस के अवसर पर शनिवार रात को राजधानी के शास्त्री नगर स्थित राजस्थान पुलिस अकादमी में रात्रि भोजन का आयोजन किया गया. इस समारोह का नाम 'बड़ा खाना' रखा गया, जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी शामिल हुए. इस आयोजन में करौली में हुई सांप्रदायिक हिंसा में एक बच्चे की जान बचाने वाले पुलिस कांस्टेबल नेत्रेश शर्मा सहित प्रदेश के अन्य जिलों से उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिसकार्मिकों को भी आमंत्रित किया गया.
पढ़ें: झालावाड़: राजस्थान पुलिस स्थापना दिवस पर 19 कांस्टेबलों को उत्तम सेवा चिन्ह
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इन पुलिसकर्मियों से मुलाकात की और नेत्रेश शर्मा से मिलकर उनके द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की. बड़ा खाना में डीजीपी एमएल लाठर सहित पुलिस मुख्यालय के तमाम आला अधिकारी शामिल हुए. इसके अलावा गृह राज्य मंत्री राजेंद्र यादव और गृह विभाग के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे. राजस्थान पुलिस स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में यह पहला मौका था जब इतने बड़े भोजन के कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें 2 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों व अधिकारियों ने एक साथ भोजन किया.
नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने की राजधानी पुलिस की तारीफ: राजस्थान पुलिस स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने राजस्थान पुलिस द्वारा बच्चों के विरुद्ध होने वाले अपराधों की रोकथाम और बाल श्रम उन्मूलन सहित कोरोना काल में किए गए कार्यों को लेकर उनकी सराहना की. सत्यार्थी ने राजस्थान पुलिस अकादमी के ऑडिटोरियम में आयोजित एक सेमिनार को संबोधित करते हुए प्रत्येक बच्चे को शिक्षा व सुरक्षा का अधिकार देने और साथ ही पुलिसकर्मियों से बच्चों की गुलामी का कलंक मिटाने में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया. सत्यार्थी ने कहा कि बाल अपराध मुक्त भारत बनाना संभव है और इसमें राजस्थान बढ़त भी ले सकता है.