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Rajasthan Political News: सीएम गहलोत ने पायलट कैंप को बयानों के जरिए दिया संदेश, बोले- मुझे बार-बार मुख्यमंत्री बनना पड़ता है

सीएम गहलोत ने जयपुर में शनिवार को गांधी बधिर काॅलेज जोधपुर का वर्चुअल उद्घाटन (CM Gehlot inaugurated Gandhi Deaf College Jodhpur) किया. इस दौरान सीएम ने कहा कि गांधी बधिर कॉलेज के विस्तार के लिए उन्हें बार-बार सीएम बनना पड़ता है. राजनीतिक गलियारों ने चर्चा है कि यह बयान उन्होंने पायलट कैंप (Cm Ashok Gehlot statement for Pilot Camp) के लिए संदेश के रूप में दिया है.

virtual inauguration of Gandhi Deaf College Jodhpur
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Published : Jan 15, 2022, 5:06 PM IST

Updated : Jan 15, 2022, 10:43 PM IST

जयपुर. राजनीति में बयानों में एक बात के कई मायने होते हैं. जब भी कोई राजनेता किसी तरह का बयान देता है तो उसके सियासी मायने कुछ और ही निकलते हैं और जब बात राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत की हो तो क्या कहने. सीएम गहलोत ने एक कार्यक्रम बयान देते हुए फिर दोहराया कि उन्हें बार-बार मुख्यमंत्री बनना पड़ता है. माना जा रहा है कि सीएम अशोक गहलोत ने पायलट कैंप (Cm Ashok Gehlot statement for Pilot Camp) को एक बार फिर यह संदेश दिया है कि आगे भी राजस्थान के मुख्यमंत्री वे ही बनेंगे.

सीएम गहलोत ने शनिवार को गांधी बधिर काॅलेज जोधपुर का वर्चुअल उद्घाटन (CM Gehlot inaugurated Gandhi Deaf College Jodhpur) किया. इस दौरान सीएम गहलोत ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि मेरा संयोग है कि जब मैं पहली बार सीएम बना तो जयपुर पोद्दार बधिर और जोधपुर के बधिर विद्यालय को वर्ष 2002 में सेकेंडरी स्कूल बनाया गया. जब दूसरी बार मुख्यमंत्री बना तब 2010 में इसे सीनियर सेकेंडरी स्कूल बनाया गया. तीसरी बार राज्य का मुख्यमंत्री बना तो इसे काॅलेज बना दिया गया.

virtual inauguration of Gandhi Deaf College Jodhpur

पढ़ें. Rajasthan BJP Protests: कांग्रेस सरकार में न महिलाएं सुरक्षित, न कांग्रेस को देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा की चिंताः भाजपा

गहलोत यहीं नही रुके उन्होंने अपने चुटीले अंदाज में कहा कि बधिर काॅलेज के निरंतर विकास के लिए मुझे ही बार-बार मुख्यमंत्री बनना पड़ता है. अगली बार सीएम बनने पर काॅलेज को विश्वविद्यालय बनाएंगे. मुख्यमंत्री गहलोत ने एक बार फिर अपने बयानों के जरिए यह संदेश दे दिया कि वे ही फिर मुख्यमंत्री बनेंगे. गहलोत के इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा हो रही है कि यह बयान सीएम ने अपनी पार्टी के ही विरोधी कैम्प के लिए दिया है.

रीट भर्ती में विशेष योग्यजनों के लिए बढ़ेंगे पद
सीएम गहलोत ने कहा कि इतने लंबे समय तक विद्यालय चलाना मामूली कार्य नहीं है. ये बड़ी चुनौती थी. मैंने ही 1982 में गांधी बधिर संस्थान की नींव रखी थी. संस्थान की समिति का पहला अध्यक्ष मैं ही बना था. संस्थान को 40 साल हो गए हैं. हालांकि व्यस्तता के बीच मैंने अध्यक्ष पद छोड़ दिया था, लेकिन जो लोग संस्था से जुड़े हुए थे उन्होंने उसे निरंतर आगे बढ़ाया है. बधिर संस्थान के 50 साल पूरा होने पर फिर मिलेंगे. गहलोत ने कहा कि विशेष योग्यजनों को पढ़ाना चुनौतीपूर्ण कार्य है. यह भी कहा कि रीट भर्ती परीक्षा में विशेष योग्यजनों के लिए ज्यादा पद रखे जाएंगे. इनके लिए अलग से कोटा भी तय किया जाएगा.

विशेष योग्यजनों के कल्याण में राज्य सरकार ने कोई कमी नहीं रखी

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार ने विशेष योग्यजनों और दिव्यांगों के कल्याण से जुड़ी योजनाएं बनाने में कोई कमी नहीं रखी है. प्रदेश के सभी सरकारी कार्यालयों में विशेष योग्यजन फ्रेंडली सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं. सीएम गहलोत आज मुख्यमंत्री निवास से वीसी के जरिए जोधपुर के गांधी बधिर महाविद्यालय के उद्घाटन समारोह से जुड़े. मुख्यमंत्री ने कहा कि संवेदनशीलता के बिना सेवा का कार्य संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि मूक बधिर बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से स्थापित इस विद्यालय का कॉलेज तक का यह सफर दान-दाताओं और सेवाभावी लोगों की मदद से ही संभव हो पाया है. गहलोत ने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौर में ‘कोई भूखा नहीं सोए’ के राज्य सरकार के संकल्प को पूरा करने में जन प्रतिनिधियों, प्रबुद्धजनों, फ्रंटलाइन वर्कर्स, स्वयं सेवी संस्थाओं, दान-दाताओं और आमजन का अभूतपूर्व सहयोग मिला.

सीएम ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए विशेष सावधानी बरतने पर जोर दिया. सीएम गहलोत ने लोगों ने वैक्सीन की दोनों डोज लगवाने के बाद भी पूरी सावधानी बरतने की अपील की है. उन्होंने कहा कि मास्क लगाना और वैक्सीनेशन ही कोरोना से बचाव के उपाय हैं. सभी लोग वैक्सीन अवश्य लगवाएं.

जयपुर. राजनीति में बयानों में एक बात के कई मायने होते हैं. जब भी कोई राजनेता किसी तरह का बयान देता है तो उसके सियासी मायने कुछ और ही निकलते हैं और जब बात राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत की हो तो क्या कहने. सीएम गहलोत ने एक कार्यक्रम बयान देते हुए फिर दोहराया कि उन्हें बार-बार मुख्यमंत्री बनना पड़ता है. माना जा रहा है कि सीएम अशोक गहलोत ने पायलट कैंप (Cm Ashok Gehlot statement for Pilot Camp) को एक बार फिर यह संदेश दिया है कि आगे भी राजस्थान के मुख्यमंत्री वे ही बनेंगे.

सीएम गहलोत ने शनिवार को गांधी बधिर काॅलेज जोधपुर का वर्चुअल उद्घाटन (CM Gehlot inaugurated Gandhi Deaf College Jodhpur) किया. इस दौरान सीएम गहलोत ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि मेरा संयोग है कि जब मैं पहली बार सीएम बना तो जयपुर पोद्दार बधिर और जोधपुर के बधिर विद्यालय को वर्ष 2002 में सेकेंडरी स्कूल बनाया गया. जब दूसरी बार मुख्यमंत्री बना तब 2010 में इसे सीनियर सेकेंडरी स्कूल बनाया गया. तीसरी बार राज्य का मुख्यमंत्री बना तो इसे काॅलेज बना दिया गया.

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गहलोत यहीं नही रुके उन्होंने अपने चुटीले अंदाज में कहा कि बधिर काॅलेज के निरंतर विकास के लिए मुझे ही बार-बार मुख्यमंत्री बनना पड़ता है. अगली बार सीएम बनने पर काॅलेज को विश्वविद्यालय बनाएंगे. मुख्यमंत्री गहलोत ने एक बार फिर अपने बयानों के जरिए यह संदेश दे दिया कि वे ही फिर मुख्यमंत्री बनेंगे. गहलोत के इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा हो रही है कि यह बयान सीएम ने अपनी पार्टी के ही विरोधी कैम्प के लिए दिया है.

रीट भर्ती में विशेष योग्यजनों के लिए बढ़ेंगे पद
सीएम गहलोत ने कहा कि इतने लंबे समय तक विद्यालय चलाना मामूली कार्य नहीं है. ये बड़ी चुनौती थी. मैंने ही 1982 में गांधी बधिर संस्थान की नींव रखी थी. संस्थान की समिति का पहला अध्यक्ष मैं ही बना था. संस्थान को 40 साल हो गए हैं. हालांकि व्यस्तता के बीच मैंने अध्यक्ष पद छोड़ दिया था, लेकिन जो लोग संस्था से जुड़े हुए थे उन्होंने उसे निरंतर आगे बढ़ाया है. बधिर संस्थान के 50 साल पूरा होने पर फिर मिलेंगे. गहलोत ने कहा कि विशेष योग्यजनों को पढ़ाना चुनौतीपूर्ण कार्य है. यह भी कहा कि रीट भर्ती परीक्षा में विशेष योग्यजनों के लिए ज्यादा पद रखे जाएंगे. इनके लिए अलग से कोटा भी तय किया जाएगा.

विशेष योग्यजनों के कल्याण में राज्य सरकार ने कोई कमी नहीं रखी

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार ने विशेष योग्यजनों और दिव्यांगों के कल्याण से जुड़ी योजनाएं बनाने में कोई कमी नहीं रखी है. प्रदेश के सभी सरकारी कार्यालयों में विशेष योग्यजन फ्रेंडली सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं. सीएम गहलोत आज मुख्यमंत्री निवास से वीसी के जरिए जोधपुर के गांधी बधिर महाविद्यालय के उद्घाटन समारोह से जुड़े. मुख्यमंत्री ने कहा कि संवेदनशीलता के बिना सेवा का कार्य संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि मूक बधिर बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से स्थापित इस विद्यालय का कॉलेज तक का यह सफर दान-दाताओं और सेवाभावी लोगों की मदद से ही संभव हो पाया है. गहलोत ने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौर में ‘कोई भूखा नहीं सोए’ के राज्य सरकार के संकल्प को पूरा करने में जन प्रतिनिधियों, प्रबुद्धजनों, फ्रंटलाइन वर्कर्स, स्वयं सेवी संस्थाओं, दान-दाताओं और आमजन का अभूतपूर्व सहयोग मिला.

सीएम ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए विशेष सावधानी बरतने पर जोर दिया. सीएम गहलोत ने लोगों ने वैक्सीन की दोनों डोज लगवाने के बाद भी पूरी सावधानी बरतने की अपील की है. उन्होंने कहा कि मास्क लगाना और वैक्सीनेशन ही कोरोना से बचाव के उपाय हैं. सभी लोग वैक्सीन अवश्य लगवाएं.

Last Updated : Jan 15, 2022, 10:43 PM IST
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