जयपुर. क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटीज में मिल रही गड़बड़ी की शिकायतों पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश की आम जनता से सतर्कता बरतने की अपील की है. सीएम गहलोत ने कहा है कि लोकलुभावन स्कीम और अधिक ब्याज दर के लालच में नहीं आए. क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी में निवेश करने से जानकारों से सलाह लें और धनराशि लगाने को लेकर सतर्कता बरतें.
निवेश करने से पहले सतर्कता बरतें
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा है कि क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटीज में निवेश से पहले लोग सतर्कता जरूर बरतें. गहलोत ने कहा कि विगत कुछ समय में संजीवनी क्रेडिट को ऑपरेटिव सोसायटी सहित कुछ मल्टी स्टेट को-ऑपरेटिव सोसायटीज की ओर से हजारों लोगों की जीवनभर की कमाई का गबन किया गया है. इन सब पीड़ितों के साथ जो हुआ, वह व्यथित करने वाला है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रयास करेगी कि इन मेहनतकश लोगों का पैसा वापस जल्द दिलवाया जाए ताकि भविष्य में इस तरह की ठगी किसी के साथ न हो.
पढ़ें. 391 करोड़ का घोटाला, ED ने दो आरोपियों को किया गिरफ्तार
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि निवेश करने से पूर्व सभी बातों का ध्यान रखना जरूरी है. ऐसी लोक लुभावन स्कीमों और अधिक ब्याज दर के लालच में लोग नहीं आएं. अपंजीकृत सोसायटीज से किसी भी प्रकार का लेनदेन कभी नहीं करें. उन्होंने कहा कि अगर धोखाधड़ी होती है तो तत्काल राज सहकार पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें और जिला उप रजिस्ट्रार को सूचित करें.
एक्ट में संशोधन करे केंद्र सरकार
गहलोत ने कहा कि निवेशक अपना पैसा केन्द्रीय सहकारी बैंकों, राष्ट्रीयकृत बैंकों तथा आरबीआई कि ओर से पंजीकृत बैंकों में निवेश करें. गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से इस दिशा में कई प्रयास किए गए हैं, जिसमें राज्य के निवेशकों के हितों में सुरक्षा के लिए द बैनिंग ऑफ अनरेगुलेटेड डिपॉजिट स्कीम एक्ट 2019 में आवश्यक विधिक संशोधन के लिए भारत सरकार से मांग की गई है.
फर्जी सोसायटी के खिलाफ की कार्रवाई -
सीएम गहलोत ने कहा कि पीड़ितों की पैरवी के लिए लोक अभियोजक और राजकीय अभिभाषक और इस्तगासा दायर करने के लिए जिला उप रजिस्ट्रार अधिकृत किया है. विजिलेंस कमेटी का गठन किया गया है. कमेटी की ओर से साल में दो बार क्रेडिट सोसायटीज का निरीक्षण किया जाएगा. धोखाधड़ी करने वाली क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटीज के विरुद्ध एसओजी, पुलिस की ओर से प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तारी भी की गई है. इन सोसायटीज की एसओजी की ओर से फॉरेंसिक ऑडिट होगी और दोषी होने पर सम्पत्ति जब्त होगी. पीड़ितों से ई-ऑनलाइन शिकायत प्राप्त करने के लिए राज के सहकारी पोर्टल की शुरुआत की गई है. इसमें 91 हजार 775 से अधिक शिकायतें दर्ज हुई हैं.
संजीविनी को-ऑपरेटिव की हुई थी शिकायत
पिछले दिनों सीएम गहलोत से संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी की ओर से ठगी के शिकार हुए पीड़ितों के संगठन ने मुलाकात की थी. इस प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में निवास कर रहे संजीवनी को-ऑपरेटिव सोसायटी में निवेश करने वाले लोग थे. मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी आपबीती बताते हुए कई महिलाएं और बुजुर्ग भावुक हो गए. उन्होंने बताया कि राजस्थान के लाखों लोगों की मेहनत की कमाई का इस सोसायटी ने गबन कर ली है.
केंद्रीय मंत्री का आया था नाम
संजीवनी पीडि़त संघ के लोगों ने कहा था कि केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने सोसायटी के मैनेजिंग डायरेक्टर विक्रम सिंह के साथ संजीवनी सोसायटी में उन्हें पैसा निवेश करने के लिए भरोसे में लिया था.