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देश के हालात बदल रहे हैं, जबरन नहीं लगवा सकते नारे : गहलोत

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सेशन कोर्ट में पौधारोपण के साथ ही बार एसोसिएशन की नवनिर्वाचित कार्यकारिणी को शपथ दिलाई. इस दौरान उन्होंने देश के हालातों पर भी खुलकर बातें रखी.

gehlot addressed bar association, जयपुर खबर
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Published : Aug 8, 2019, 11:49 PM IST

जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सेशन कोर्ट में पौधारोपण के साथ ही बार एसोसिएशन की नवनिर्वाचित कार्यकारिणी को शपथ दिलाई. इस मौके पर उन्होंने कहा कि देश के हालत बदल रहे हैं. किसी से जबरन जय श्री राम या अल्लाह हू अकबर के नारे नहीं लगावाए जा सकते हैं.

जबरन नहीं लगवा सकते नारे : गहलोत

उन्होंने कहा कि सच्चा राष्ट्रवाद सभी को साथ लेकर चलने में है. सीएम गहलोत ने यह विचार बार एसोसिएशन के शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित वकीलों के समक्ष रखे. सीएम गहलोत ने कहा कि उन्होंने विधानसभा में जय श्रीराम बोला तो लोग खुश हो गए. लेकिन यह नारा नहीं था और इसे किसी से जबरन नहीं लगवाया जा सकता.

पढ़ें: अजमेर में तीन तलाक का पहला मामला...60 साल के पति पर आरोप, अब विधिक राय लेने में जुटी पुलिस

सीएम ने कहा कि ताकतवर रशिया के 16 टुकड़े हो गए लेकिन विविधता वाले इस देश को लोगो ने सालों तक एक सूत्र में बांधकर रखा है. उन्होंने वकीलों के हालातों पर कहा कि उनके बैठने की जगह कबूतरखाने जैसी लगती है. यदि बाहर का कोई व्यक्ति आकर देखे तो प्रदेश की किस तरह की तस्वीर लेकर जाएगा.

वकीलों की मांगों के संबंध में उन्होंने कहा कि सरकार के सामने भी वकीलों को अपनी पैरवी खुद करनी पड़ेगी. वहीं वकीलों को नसीहत देते हुए उन्होंने कहा कि वकीलों को सीधे ही हड़ताल नहीं करनी चाहिए. गत कार्यकाल में बजट के दौरान विधानसभा में वकीलों को करोड़ों की सौगातें दी जा रही थी. वहीं बाहर वकीलों ने हड़ताल कर दी और उन पर लाठियां चल गई.

पढ़ें: RSS पदाधिकारी पर हुए हमले में विधायक दिलावर ने थाने का घेराव कर अधिकारियों को दी चेतावनी

इस मौके पर हाईकोर्ट के न्यायाधीश मोहम्मद रफीक ने कहा कि शहर में अलग-अलग जगहों पर चल रही अदालतों को एक जगह लाया जाना चाहिए. वहीं वकीलों की समस्याओं का भी निस्तारण किया जाए.

सबसे ज्यादा हिंदुओं के साथ मॉब लिचिंग-
कार्यक्रम में संबोधित करते हुए प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा कि मॉब लिचिंग को लेकर सही बात कोई नहीं कहता. यह सच्चाई है कि ऐसी घटनाएं सबसे अधिक बहुसंख्यकों के साथ हुई है. इसके बाद दलितों का नंबर आता है. कानून तोड़ने वालों को उसका डर होना चाहिए. लेकिन अब लोगों को आपसी विवाद को छोड़ देशहित में काम करना चाहिए.

जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सेशन कोर्ट में पौधारोपण के साथ ही बार एसोसिएशन की नवनिर्वाचित कार्यकारिणी को शपथ दिलाई. इस मौके पर उन्होंने कहा कि देश के हालत बदल रहे हैं. किसी से जबरन जय श्री राम या अल्लाह हू अकबर के नारे नहीं लगावाए जा सकते हैं.

जबरन नहीं लगवा सकते नारे : गहलोत

उन्होंने कहा कि सच्चा राष्ट्रवाद सभी को साथ लेकर चलने में है. सीएम गहलोत ने यह विचार बार एसोसिएशन के शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित वकीलों के समक्ष रखे. सीएम गहलोत ने कहा कि उन्होंने विधानसभा में जय श्रीराम बोला तो लोग खुश हो गए. लेकिन यह नारा नहीं था और इसे किसी से जबरन नहीं लगवाया जा सकता.

पढ़ें: अजमेर में तीन तलाक का पहला मामला...60 साल के पति पर आरोप, अब विधिक राय लेने में जुटी पुलिस

सीएम ने कहा कि ताकतवर रशिया के 16 टुकड़े हो गए लेकिन विविधता वाले इस देश को लोगो ने सालों तक एक सूत्र में बांधकर रखा है. उन्होंने वकीलों के हालातों पर कहा कि उनके बैठने की जगह कबूतरखाने जैसी लगती है. यदि बाहर का कोई व्यक्ति आकर देखे तो प्रदेश की किस तरह की तस्वीर लेकर जाएगा.

वकीलों की मांगों के संबंध में उन्होंने कहा कि सरकार के सामने भी वकीलों को अपनी पैरवी खुद करनी पड़ेगी. वहीं वकीलों को नसीहत देते हुए उन्होंने कहा कि वकीलों को सीधे ही हड़ताल नहीं करनी चाहिए. गत कार्यकाल में बजट के दौरान विधानसभा में वकीलों को करोड़ों की सौगातें दी जा रही थी. वहीं बाहर वकीलों ने हड़ताल कर दी और उन पर लाठियां चल गई.

पढ़ें: RSS पदाधिकारी पर हुए हमले में विधायक दिलावर ने थाने का घेराव कर अधिकारियों को दी चेतावनी

इस मौके पर हाईकोर्ट के न्यायाधीश मोहम्मद रफीक ने कहा कि शहर में अलग-अलग जगहों पर चल रही अदालतों को एक जगह लाया जाना चाहिए. वहीं वकीलों की समस्याओं का भी निस्तारण किया जाए.

सबसे ज्यादा हिंदुओं के साथ मॉब लिचिंग-
कार्यक्रम में संबोधित करते हुए प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा कि मॉब लिचिंग को लेकर सही बात कोई नहीं कहता. यह सच्चाई है कि ऐसी घटनाएं सबसे अधिक बहुसंख्यकों के साथ हुई है. इसके बाद दलितों का नंबर आता है. कानून तोड़ने वालों को उसका डर होना चाहिए. लेकिन अब लोगों को आपसी विवाद को छोड़ देशहित में काम करना चाहिए.

Intro:जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सेशन कोर्ट में पौधारोपण के साथ ही बार एसोसिएशन की नवनिर्वाचित कार्यकारिणी को शपथ दिलाई। इस मौके पर उन्होंने कहा कि देश के हालत बदल रहे हैं। किसी से जबरन जय श्री राम या अल्लाह हू अकबर के नारे नहीं लगावाए जा सकते। उन्होंने कहा कि असली राष्ट्रवाद सभी को साथ लेकर चलने में है। सीएम गहलोत ने यह विचार दी बार एसोसिएशन के शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित वकीलों के समक्ष रखे।Body:उन्होंने कहा कि मैंने विधानसभा में जय श्रीराम बोला तो लोग खुश हो गए, लेकिन यह नारा नहीं था। मैं बताना चाहता था कि किसी से जबरन नारे नहीं लगवाए जा सकते। सीएम ने कहा कि ताकतवर रशिया के 16 टूकडे हो गए, लेकिन विविधता वाले इस देश को सालों ने हमने एक सूत्र में बांधकर रखा है। उन्होंने वकीलों के हालातों पर कहा कि उनके बैठने की जगह कबूतरखाने जैसी लगती है। यदि बाहर का कोई व्यक्ति आकर देखे तो प्रदेश की किस तरह की तस्वीर लेकर जाएगा। वकीलों की मांगों के संबंध में उन्होंने कहा कि सरकार के सामने भी वकीलों को अपनी पैरवी खुद करनी पडेगी। वहीं वकीलों को नसीहत देते हुए उन्होंने कहा कि वकीलों को सीधे ही हडताल नहीं करनी चाहिए। गत कार्यकाल में बजट के दौरान विधानसभा में वकीलों को करोडों की सौगातें दी जा रही थी, वहीं बाहर वकीलों ने हडताल कर दी और उन पर लाठियां चल गई। इस मौके पर हाईकोर्ट के न्यायाधीश मोहम्मद रफीक ने कहा कि शहर में अलग-अलग जगहों पर चल रही अदालतों को एक जगह लाया जाना चाहिए। वहीं वकीलों की समस्याओं का भी निस्तारण किया जाए। 
सबसे ज्यादा हिंदुओं के साथ मॉब लिचिंग- कार्यक्रम में संबोधित करते हुए प्रतापसिंह खाचरिवास ने कहा कि मॉब लिचिंग को लेकर सही बात कोई नहीं कहता। यह सच्चाई है कि ऐसी घटनाएं सबसे अधिक हिंदुओं के साथ हुई है। इसके बाद दलितों का नंबर आता है। कानून तोडने वालों को उसका डर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि चुनाव बीच चुके हैं। अब लोगों को आपसी विवाद छोडकर देशहित में लगना चाहिए। Conclusion:
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