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राज्यपाल मिश्र और CM गहलोत ने प्रदेशवासियों को दी हिंदी दिवस की शुभकामनाएं

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Published : Sep 14, 2021, 9:20 AM IST

Updated : Sep 14, 2021, 1:50 PM IST

राज्यपाल कलराज मिश्र और सीएम अशोक गहलोत ने हिंदी दिवस पर प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दी है. गहलोत ने कहा कि देशवासियों को एकता के सूत्र में पिरोने के साथ ही दुनिया के कोने-कोने में बसे भारतीयों को मातृभूमि से जोड़े रखने में हिंदी ने महत्वपूर्ण कड़ी की भूमिका निभाई है.

Hindi Diwas, Ashok Gehlot
राज्यपाल मिश्र और CM गहलोत

जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हिंदी दिवस पर प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दी है. सीएम गहलोत ने कहा कि सदियों से हिंदी भाषा हम भारतवासियों के विचारों की अभिव्यक्ति का सशक्त और प्रभावी माध्यम रही है.

पढ़ें- हिंदी दिवस : भाषाई एकरूपता पर राजनीतिक टकराव और असंतोष नया नहीं

सीएम गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि हिंदी दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं. सदियों से हिंदी भाषा हम भारतवासियों के विचारों की अभिव्यक्ति का सशक्त माध्यम रही है. देशवासियों को एकता के सूत्र में पिरोने के साथ ही दुनिया के कोने-कोने में बसे भारतीयों को मातृभूमि से जोड़े रखने में हिन्दी ने महत्वपूर्ण कड़ी की भूमिका निभाई है.

गहलोत ने कहा कि हिन्दी को समृद्ध, सशक्त एवं जन-जन की भाषा बनाने में साहित्यकारों का महत्वपूर्ण योगदान है. प्रदेशवासियों से आह्वान है कि वे अपने कामकाज एवं व्यवहार में हिन्दी भाषा का अधिकाधिक उपयोग कर इसके गौरव को बढ़ाने में अपना योगदान दें.

Hindi Diwas, Ashok Gehlot
हिंदी दिवस की शुभकामनाएं

वर्तमान राजस्थान राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष एवं पूर्व न्यायाधिपति गोपाल कृष्ण व्यास ने हिन्दी दिवस पर एक कविता भी लिखी है. कविता में गोपाल कृष्ण व्यास ने हिंदी की महिमा का बखान किया है और भाषाओं के नदियों में हिंदी को गंगा बताया है. प्रदेश के राज्यपाल कलराज मिश्र ने भी हिंदी दिवस पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी है और हिंदी भाषा को प्रोत्साहित करने का आह्वान भी किया.

गोपाल कृष्ण व्यास की ओर से लिखी गई कविता

हिन्दी भाषा एक गंगा है.

भाषाओं की नदियों में, हिन्दी भाषा एक गंगा है. जो हिन्दी का सम्मान करे उसका मन सुरंगा है.

भाषा बोली सभी निराली कोयल गाती डाली डाली, संस्कृत की कोख से जन्मी उर्दू डिंगल की बहना है.

अलंकार, छंदों के साथ गद्य पद्य एक गहना है, सहित्य के हर सर्जन मे हिन्दी संग आगे बढ़ना है.

अंग्रेजी को कहे प्यार से आंगन मे मेरे रहना है, शब्दों के विशाल समंदर से सेतु हमें बनाना है.

घूम घूमकर हाथ मिलाकर सबसे साथ निभाना है, दुनिया के सब लोगों को जन जन से हमें मिलाना है.

पशु,पक्षी और इंसानों को सुरमई गीत सुनाना है, हिन्द की बेटी हिन्दी को सबको गले लगाना है.

तिलक लगाकर माथे पर हिन्दी संग का साथ निभाना है, लेकर तिरंगा हाथ मे अपने हिन्दी का परचम फैलाना है.

हिंद की पावन धरा पर मीठी भाषा हम बोलेंगे, सर्वनाम संज्ञा के साथ हम भारत की महिमा गाएंगे.

हिन्दी के झरने का कलरव जन जन तक पहुचाएंगे, हिंदी की छत्र छाया में रहकर हिंदी का सम्मान बढ़ाएंगे.

राज्यपाल ने हिन्‍दी दिवस पर दी शुभकामनाएं

राज्यपाल कलराज मिश्र ने हिन्‍दी दिवस पर प्रदेश वासियों को बधाई और शुभकामना दी है. मिश्र ने कहा कि सहज, सरल और सरस स्वरूप वाली हिन्दी भाषा भारत की संस्कृति है. स्वाधीनता आंदोलन में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है. उन्होंने देश वासियों से हिन्दी भाषा पर गर्व अनुभव करते हुए इसके प्रयोग को प्रोत्साहित करने का आह्वान किया.

बता दें, कि भारत में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा हिंदी है. हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने के पीछे का एक कारण देश में अंग्रेजी भाषा के बढ़ते चलन और हिंदी की अनदेखी को रोकने के लिए भी यह दिवस मनाया जाता है. ज्ञात हो कि महात्मा गांधी ने हिंदी को जनमानस की भाषा कहा था. महात्मा गांधी ने देश की राष्ट्रभाषा हिंदी को बनाने की बात भी कही थी. उनके अलावा कई साहित्यकारों ने भी हिंदी के लिए कई प्रयास किए, लेकिन कई प्रयासों के बाद भी हिंदी को राष्ट्रभाषा का दर्जा नहीं मिल सका.

14 सितंबर, 1949 को भारत में आधिकारिक भाषा के तौर पर हिंदी भाषा को सूचीबद्ध किया गया था, जिसके बाद से इस दिन को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाने लगा. केंद्र सरकार के लिए हिंदी और अंग्रेजी भारत की दो आधिकारिक भाषाएं हैं, जबकि संविधान में 22 भाषाओं को मान्यता दी गई है. 1947 में भारतीय स्वतंत्रता के बाद से केंद्र सरकार द्वारा हिंदी को व्यापक रूप से इस्तेमाल की जाने वाली भाषा के रूप में दर्जा देने का प्रायस किया गया, जिसे बढ़ावा देने के लिए हिंदी सिनेमा ने भी एक महत्वूर्ण भूमिका निभाई.

जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हिंदी दिवस पर प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दी है. सीएम गहलोत ने कहा कि सदियों से हिंदी भाषा हम भारतवासियों के विचारों की अभिव्यक्ति का सशक्त और प्रभावी माध्यम रही है.

पढ़ें- हिंदी दिवस : भाषाई एकरूपता पर राजनीतिक टकराव और असंतोष नया नहीं

सीएम गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि हिंदी दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं. सदियों से हिंदी भाषा हम भारतवासियों के विचारों की अभिव्यक्ति का सशक्त माध्यम रही है. देशवासियों को एकता के सूत्र में पिरोने के साथ ही दुनिया के कोने-कोने में बसे भारतीयों को मातृभूमि से जोड़े रखने में हिन्दी ने महत्वपूर्ण कड़ी की भूमिका निभाई है.

गहलोत ने कहा कि हिन्दी को समृद्ध, सशक्त एवं जन-जन की भाषा बनाने में साहित्यकारों का महत्वपूर्ण योगदान है. प्रदेशवासियों से आह्वान है कि वे अपने कामकाज एवं व्यवहार में हिन्दी भाषा का अधिकाधिक उपयोग कर इसके गौरव को बढ़ाने में अपना योगदान दें.

Hindi Diwas, Ashok Gehlot
हिंदी दिवस की शुभकामनाएं

वर्तमान राजस्थान राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष एवं पूर्व न्यायाधिपति गोपाल कृष्ण व्यास ने हिन्दी दिवस पर एक कविता भी लिखी है. कविता में गोपाल कृष्ण व्यास ने हिंदी की महिमा का बखान किया है और भाषाओं के नदियों में हिंदी को गंगा बताया है. प्रदेश के राज्यपाल कलराज मिश्र ने भी हिंदी दिवस पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी है और हिंदी भाषा को प्रोत्साहित करने का आह्वान भी किया.

गोपाल कृष्ण व्यास की ओर से लिखी गई कविता

हिन्दी भाषा एक गंगा है.

भाषाओं की नदियों में, हिन्दी भाषा एक गंगा है. जो हिन्दी का सम्मान करे उसका मन सुरंगा है.

भाषा बोली सभी निराली कोयल गाती डाली डाली, संस्कृत की कोख से जन्मी उर्दू डिंगल की बहना है.

अलंकार, छंदों के साथ गद्य पद्य एक गहना है, सहित्य के हर सर्जन मे हिन्दी संग आगे बढ़ना है.

अंग्रेजी को कहे प्यार से आंगन मे मेरे रहना है, शब्दों के विशाल समंदर से सेतु हमें बनाना है.

घूम घूमकर हाथ मिलाकर सबसे साथ निभाना है, दुनिया के सब लोगों को जन जन से हमें मिलाना है.

पशु,पक्षी और इंसानों को सुरमई गीत सुनाना है, हिन्द की बेटी हिन्दी को सबको गले लगाना है.

तिलक लगाकर माथे पर हिन्दी संग का साथ निभाना है, लेकर तिरंगा हाथ मे अपने हिन्दी का परचम फैलाना है.

हिंद की पावन धरा पर मीठी भाषा हम बोलेंगे, सर्वनाम संज्ञा के साथ हम भारत की महिमा गाएंगे.

हिन्दी के झरने का कलरव जन जन तक पहुचाएंगे, हिंदी की छत्र छाया में रहकर हिंदी का सम्मान बढ़ाएंगे.

राज्यपाल ने हिन्‍दी दिवस पर दी शुभकामनाएं

राज्यपाल कलराज मिश्र ने हिन्‍दी दिवस पर प्रदेश वासियों को बधाई और शुभकामना दी है. मिश्र ने कहा कि सहज, सरल और सरस स्वरूप वाली हिन्दी भाषा भारत की संस्कृति है. स्वाधीनता आंदोलन में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है. उन्होंने देश वासियों से हिन्दी भाषा पर गर्व अनुभव करते हुए इसके प्रयोग को प्रोत्साहित करने का आह्वान किया.

बता दें, कि भारत में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा हिंदी है. हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने के पीछे का एक कारण देश में अंग्रेजी भाषा के बढ़ते चलन और हिंदी की अनदेखी को रोकने के लिए भी यह दिवस मनाया जाता है. ज्ञात हो कि महात्मा गांधी ने हिंदी को जनमानस की भाषा कहा था. महात्मा गांधी ने देश की राष्ट्रभाषा हिंदी को बनाने की बात भी कही थी. उनके अलावा कई साहित्यकारों ने भी हिंदी के लिए कई प्रयास किए, लेकिन कई प्रयासों के बाद भी हिंदी को राष्ट्रभाषा का दर्जा नहीं मिल सका.

14 सितंबर, 1949 को भारत में आधिकारिक भाषा के तौर पर हिंदी भाषा को सूचीबद्ध किया गया था, जिसके बाद से इस दिन को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाने लगा. केंद्र सरकार के लिए हिंदी और अंग्रेजी भारत की दो आधिकारिक भाषाएं हैं, जबकि संविधान में 22 भाषाओं को मान्यता दी गई है. 1947 में भारतीय स्वतंत्रता के बाद से केंद्र सरकार द्वारा हिंदी को व्यापक रूप से इस्तेमाल की जाने वाली भाषा के रूप में दर्जा देने का प्रायस किया गया, जिसे बढ़ावा देने के लिए हिंदी सिनेमा ने भी एक महत्वूर्ण भूमिका निभाई.

Last Updated : Sep 14, 2021, 1:50 PM IST
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