जयपुर. राजस्थान में सियासी घमासान के बाद अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बयान सामने आया है. सीएम गहलोत ने सीधे तौर पर बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा के इशारों पर कुछ हमारे साथी ही खेल खेल रहे हैं, ऐसे में अगर कोई नाराजगी थी, तो दो बार विधायक दल की बैठक बुलाई, उसमें आकर अपनी बात रखनी चाहिए थी.
साथ ही विधायकों की खरीद फरोख्त के मामले पर सीएम गहलोत ने कहा कि देश में ऐसा पहली बार हो रहा है, जब करोड़ों में विधायक खरीदे जा रहे हैं, 6 महीने से बीजेपी लगातार षड्यंत्र कर रही थी. उसका परिणाम सामने है.
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वहीं पायलट पर बोलते हुए गहलोत ने कहा कि मजबूरन आलाकमान को उन्हें बर्खास्त करने का निर्णय लेना पड़ा. गहलोत ने कहा कि हम खुश नहीं हैं, बड़े दुख की बात है हमें मजबूर होकर निर्णय लेना पड़ा. हमने एक बार नहीं दो-दो बार विधायक दल की बैठक बुलाई. आज विशेषकर विधायक दल की बैठक उनके लिए बुलाई गई थी, लेकिन वो नहीं आए.
गहलोत के मुताबिक उनको जानकारी मिली थी कि 8 से 10 विधायक आने के लिए तैयार थे, लेकिन उनको नहीं आने दिया. यह कोई मेरी शिकायत पर निर्णय नहीं हुआ है पार्टी आलाकमान ने फैसला लिया है. गहलोत ने साफ किया कि पायलट के फ्लोर टेस्ट की मांग करना यह साफ दर्शाता है कि वह बीजेपी के इशारों पर चल रहे हैं. पार्टी फॉरम में इस तरह की डिमांड नहीं होती है, नाराजगी होती है तो पार्टी में बैठ कर की चर्चा की जाती है, अगर उन्हें मुख्यमंत्री से ऐतराज था, तो वह अपनी बात विधायक दल की बैठक में आकर बोलते.