जैसलमेर. प्रदेश में चल रहे सियासी संकट के बीच प्रदेश की गहलोत सरकार बाडेबंदी पार्ट-2 में जैसलमेर आ गई है. जैसलमेर के तपते रेगिस्तान में सूर्यगढ़ होटल से गरमा रही सियासत के बीच शनिवार को सरहदी जिले में पत्रकारों से रूबरू होते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार को जमकर कोसा.
इस दौरान सीएम गहलोत ने कहा कि लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकारों को अस्थिर कर भाजपा लोकतंत्र की हत्या कर रही है. उन्होंने केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और पीयूष गोयल का नाम लेते हुए कहा कि पर्दे के पीछे केंद्र के कई मंत्री सरकार को अस्थित करने का खेल खेल रहे हैं, जिसे प्रदेश की जनता देख रही है और समय आने पर भाजपा को करारा जवाब देगी.
वहीं, केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत को लेकर गहलोत ने कहा कि फोन टेप मामले से लेकर संजीवनी घोटाले में उनका नाम आ चुका है. ऐसे में उन्हें नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए. साथ ही गजेन्द्र सिंह शेखावत द्वारा किए जा रहे ट्वीट को लेकर कहा कि उनके ट्वीट को कोई गंभीरता से नहीं लेता है.
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया द्वारा सरकार द्वारा अलग-अलग जगह की जा रही बाडेबंदी से सरकार की अस्थिरता को लेकर दिए गए बयान पर जवाब देते हुए गहलोत ने कहा कि प्रदेश भाजपा के नेता इस तरह के बयान देकर वसुंधरा राजे की बराबरी करना चाहते हैं, जो कि संभव नहीं है. सरकार की स्थिति को लेकर गहलोत ने स्पष्ट किया कि सरकार पूरी तरह से सुरक्षित है और आगामी 14 अगस्त को विधानसभा सत्र के दौरान इसे साबित भी करेगी.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि देश मे हालात गंभीर है. पहले गोवा, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, कर्नाटक के बाद मध्यप्रदेश और अब राजस्थान में जनता की चुनी हुई सरकार को गिराने वाली भाजपा कौन होती है? गहलोत ने कहा कि कांग्रेस की कभी परंपरा रही है कि कभी ऐसी परिस्थिति आई भी है तो हमने गवर्नर और प्रधानमंत्री नरसिंहा राव को मना किया और शेखावत सरकार को गिराने पर विरोध किया. लेकिन आज गृह विभाग पूरा लगा हुआ है.
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि भाजपा का खेल हॉर्स ट्रेडिंग को लेकर बड़ा है और चुनी हुई सरकार को गिराने का उनके मुंह खून लग चुका है. लेकिन हमारी लड़ाई लोकतंत्र की रक्षा के लिए है जो व्यक्तिगत नहीं है. गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि राजस्थान में जो तमाशा हो रहा है, उसे प्रधानमंत्री बंद करवाए.