जयपुर. मुख्यमंत्री आवास पर गुरुवार को जो तस्वीरें सामने आई, वह कांग्रेस की एकजुटता को प्रदर्शित कर रही थी. मुख्यमंत्री आवास पर हुई इस विधायक दल की बैठक में कांग्रेस के तमाम विधायक शामिल हुए, चाहे वे गहलोत कैंप के विधायक हो या फिर पायलट कैंप के.
बता दें कि आज से ठीक 1 महीने पहले 13 जुलाई को भी ऐसी ही विधायक दल की बैठक मुख्यमंत्री आवास में हुई थी, जिसमें पायलट कैंप के 19 विधायकों को बागी करार दिया गया था. कांग्रेस आलाकमान के बीच बचाव करने के बाद आखिर अब कांग्रेस राजस्थान एक हो गई है, लेकिन पायलट कैंप और गहलोत कैंप के बीच 1 महीने के दौरान चला वाक युद्ध कब तक इन दोनों कैंप के नेताओं के बीच कड़वी याद के तौर पर रहेगा यह कहा नहीं जा सकता है.
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बहरहाल, गुरुवार को एक मंच पर सभी नेता और सभी विधायक आ गए और विक्ट्री साइन भी दिखा दिया गया. मुख्यमंत्री ने भी विधायक दल की बैठक में कह दिया कि वह विधानसभा में विश्वास मत लेकर आएंगे. वहीं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधायक दल की बैठक में कहा कि जो बातें हुई उन्हें अब सब भूलें. उन्होंने कहा कि हम हमारे इन 19 विधायकों के बिना भी बहुमत साबित कर देते, लेकिन वह खुशी नहीं होती क्योंकि अपने तो अपने होते हैं.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधायक दल की बैठक में कहा कि विश्वास प्रस्ताव हमारी ओर से लाया जाएगा. उन्होंने विधायकों से कहा कि किसी भी एमएलए को अगर उनसे शिकायत है तो वह उसे दूर करेंगे. अगर कोई एमएलए अभी चाहे तो उनसे अभी मिल ले और चाहे तो बाद में.
वहीं, विधायक दल की बैठक में सचिन पायलट ने कहा कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में उन्हें जो 6 साल तक सहयोग मिला है, उसके लिए सब का आभार और धन्यवाद. साथ ही उन्होंने उप मुख्यमंत्री बनाने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सोनिया गांधी को धन्यवाद दिया. राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि अंग्रेजों की फूट डालो और राज करो की तर्ज पर बीजेपी ने राजस्थान में षड्यंत्र किया था, लेकिन वह विफल हो गया है.