जयपुर. राजधानी के सचिवालय कर्मचारी संघ की कार्यकारिणी का शपथ ग्रहण समारोह मंगलवार सचिवालय में आयोजित हुआ. सीएम गहलोत मुख्यातिथि के रूप में शामिल हुए. जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 57 सदस्यों की कार्यकारिणी को शपथ दिलाई. इस दौरान सीएम गहलोत ने नई भर्तियों को लेकर कहा कि पिछले कुछ समय से ट्रेंडकल पड़ा है कि जो भी भर्ती शुरू होती है, इसके साथ ही वो कोर्ट में अटक जाती है.
गहलोत ने इस दौरान बेरोजगारों को लेकर भी तीखा का हमला बोलते हुए कहा कि इशारों इशारों में कहा कि कई लोग सरकारी नौकरी लगने के बाद भी नौकरी छोड़कर बेरोजगारों के नाम पर राजनीति करने आ जाते हैं. ऐसे लोग बेरोजगारों को गुमराह करने का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार इस तरह से किसी के दबाव में आने वाली नहीं है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस दौरान सीएसडीबी गुप्ता से भी कहा कि वह इस बात को प्राथमिकता के साथ देखें कि आखिर जो भी भर्ती सरकार की तरफ से निकाली जा रही है, वह कोर्ट में जाने की वजह से अटक रही है.
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सीएम गहलोत ने कहा कि मुख्य सचिव यह गंभीरता से देखिए कि आखिर कानून पर पेचीदगियों को किस तरह से दूर किया जा सकता है और भविष्य में इस तरह से कोई भी भर्ती कोर्ट मिनट के इस को किस तरह सुनिश्चित किया जाए. दरअसल पिछले दिनों नर्सिंग भर्ती प्रक्रिया को लेकर बेरोजगारों ने कॉंग्रेस कार्यालय का घेराव किया था और 24 घंटे तक वो पीसीसी डटी रही. गहलोत ने कर्मचारियों की मांगों पर कहा कि हमारी कुछ मजबूरियां है. यह हमारी नहीं पूरे प्रदेश की जिम्मेदारी है कि प्रदेश में किसी को कोई दिक्कत नहीं हो, जब पूरा देश आर्थिक परेशानी से गुजर रहा है. ऐसे में राज्य को भी इस आर्थिक तंगी से गुजर रहा है.
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मुख्यमंत्री ने पहले तो केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने जीएसटी को आननफानन में लागू किया. अब तक कई बार संशोधन करने पड़े. जबकि हमारी यूपीए की सरकार 18 प्रतिशत जीएसटी सभी मे लागू करने के साथ ला रही थी, लेकिन इस सरकार ने जीएसटी को चार भागों में बांट दिया. सीएम गहलोत ने कहा कि प्रदेश में भारी आर्थिक तंगी है. सरकार की इच्छा हमेशा से कर्मचारियों के लिए पॉजिटव रही है. पिछले कार्यकाल में सरकार ने कर्मचारियों को जम कर लाभ दिया था. हालांकि ये अलग बात है कि उस वक्त कॉंग्रेस 21 पर ही सिमट गई थी