जयपुर. हेरिटेज नगर निगम में सफाई कर्मचारियों का समानीकरण बीजेपी पार्षदों को रास नहीं आ रहा है. उन्होंने समानीकरण के नाम पर राजनीतिक पक्षपात करने का आरोप लगाया है. वहीं सफाई कर्मचारियों में भी अचानक किए गए स्थानांतरण से आक्रोश है. उन्होंने आदेश वापस नहीं लेने पर हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है.
भारतीय जनता पार्टी के पार्षदों ने उनके वार्ड के सफाई कर्मचारी हटाकर कांग्रेस पार्षदों के वार्ड में लगाए जाने का आरोप लगाते हुए बताया कि कार्यालय आदेश के नाम से एक प्रतिलिपि प्राप्त हुई. जिसमें कर्मचारियों के समानीकरण करने के आदेश लागू किए गए हैं. लेकिन इस समानीकरण (BJP on transfer of cleaning workers) में भेदभाव ज्यादा नजर आ रहा है.
आरोप है कि समानीकरण में ना क्षेत्रफल का ध्यान रखा गया, न ही जनसंख्या का. उन्होंने कहा कि जिस वार्ड में 7000 जनसंख्या है और वार्ड कांग्रेस का है, तो उसमें 55 कर्मचारी और जिस वार्ड की जनसंख्या 14 हजार और वार्ड बीजेपी का है, तो उसमें 45 कर्मचारी लगाए गए हैं. इस तरह की विसंगति सभी वार्डों में देखने को मिल रही है.
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उन्होंने कहा कि निगम के इतिहास में इस तरह की गंदी राजनीति पहली बार देखने को मिली है. ये समानीकरण महापौर और कांग्रेस सरकार की बदनियति को दर्शाता है. ऐसे में उन्होंने कमिश्नर के नाम स्वास्थ्य उपायुक्त को ज्ञापन सौंपते हुए इस बेतुके फरमान को तुरंत निरस्त करने की मांग की. साथ चेतावनी देते हुए कहा कि 10 दिन में इस पर अमल नहीं किया गया तो बड़ा विरोध प्रदर्शन किया जाएगा.
उधर, हेरिटेज निगम के सफाई कर्मचारियों को भी अचानक किया गया स्थानांतरण रास नहीं आ रहा है. उन्होंने कहा कि समानीकरण के नाम पर सेवानिवृत्त होने जा रहे कर्मचारियों का स्थानांतरण किया जा रहा है. उन्होंने चेतावनी दी कि ये आदेश वापस नहीं लिए जाते तो हेरिटेज निगम के सभी सफाई कर्मचारी कार्य बहिष्कार कर हड़ताल पर जाएंगे.
इसके साथ ही सफाई कर्मचारियों ने जून 2021 का बकाया वेतन दिए जाने, सेवानिवृत्त कर्मचारियों के ग्रेजुएटी, पीएल, पीएफ का भुगतान किए जाने और बीवीजी कंपनी के टर्मिनेट होने के बाद बेरोजगार हुए सफाई कर्मचारियों को रोजगार दिए जाने जैसी मांगें भी उठाई हैं.