जयपुर. राजधानी जयपुर के एक निजी स्कूल में शनिवार शाम को वार्षिक उत्सव 'उड़ान' का आयोजन किया गया. जिसमें बच्चों ने अपनी मनमोहक प्रस्तुति देकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया. नौनिहालों की इस शानदार प्रस्तुति से वहां मौजूद लोग गदगद हो गए.
स्कूल के नन्हे-मुन्ने बच्चों ने शानदार प्रस्तुति देते हुए वर्तमान समय में लुप्त हो रही हिंदुस्तान की संस्कृति को अपने अभिनय के माध्यम से दर्शाया. साथ ही अभिनय के माध्यम से बच्चों ने पर्यावरण बचाने का संदेश दिया. बच्चों ने संदेश दिया कि मनुष्य अपने स्वार्थ के लिए जंगल की कटाई कर रहा है. इसलिए पर्यावरण को बचाने के लिए बच्चों ने पेड़ नहीं काटने का पैगाम दिया. इस अभिनय में बच्चों ने अलग-अलग तरह की आकर्षक ड्रेस पहना.
कोई बच्चा जंगली जानवर बना, कोई पेड़ काटने वाला तो कोई बच्चा जानवर को मारने वाला बना. बच्चों ने संदेश दिया कि अगर पेड़ नहीं होगे तो हमारी आने वाली पीढ़ी भी दर-दर ठोकरें खाने को मजबूर हो जाएगी. इसलिए ज्यादा से ज्यादा पेड़ हमें लगाने चाहिए और जंगल को बचाना चाहिए.
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वहीं बच्चों की इस प्रस्तुति ने दर्शकों का दिल जीत लिया. स्कूल के डायरेक्टर विक्की यादव ने बताया कि स्कूल का यह पहला वार्षिक कार्यक्रम था. जिसे 'उड़ान' नाम दिया गया. यादव के मुताबिक हिंदुस्तान की संस्कृति खत्म हो रही है. उसके बचाने और जीवित रखना ही हमारा उद्देश्य है. भविष्य के खतरे को देखते हुए पर्यावरण बचाना भी हमारा मकसद होना चाहिए. पहला कार्यक्रम आयोजित किया गया.
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जिसमें बच्चों ने बहुत अच्छी प्रस्तुति दी. वार्षिक उत्सव के कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि महामंडलेश्वर बालमुकुंदाचार्य महाराज और लेफ्टिनेंट जनरल विश्वेम्बर सिंह ने किया. कार्यक्रम में उरी अटैक, मिशन मंगल, बाहुबली, प्यारी मां, राजस्थानी संस्कृति, रामायण व अन्य नृत्य नाटिका की भी प्रस्तुति दी गई.