जयपुर. कोरोना की वैक्सीन नहीं बनने तक राज्य सरकार ने जन आंदोलन शुरू करते हुए प्रदेश में एक करोड़ मास्क वितरित करने का लक्ष्य तय किया है. इस क्रम में मुख्य सचेतक और हवामहल विधायक महेश जोशी रात में मास्क और सैनिटाइजर वितरित करने ब्रह्मपुरी क्षेत्र में पहुंचे. इस दौरान उन्होंने मंदिर और दुकानों के बाहर No mask No entry के स्टिकर भी चस्पा किए.
प्रदेश में अब कोरोना से लड़ने के लिए आमजन के बीच गांधीवादी तरीके से आंदोलन चलाया जा रहा है. इस आंदोलन का मुख्य उद्देश्य सार्वजनिक जगह पर हेल्थ प्रोटोकॉल की पालना करने और कराने का है. 2 अक्टूबर को जन आंदोलन के आगाज के बाद मंत्री और विधायक अपने-अपने क्षेत्र में जनता के बीच मास्क और सैनिटाइजर बांटने पहुंच रहे हैं. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का मैसेज भी दिया जा रहा है. इस क्रम में सोमवार को मुख्य सचेतक महेश जोशी रात के समय मास्क और सैनिटाइजर वितरण करने पहुंचे. जोशी ने ब्रह्मपुरी क्षेत्र में ना सिर्फ लोगों को जागरूक करने के लिए मास्क-सैनिटाइजर वितरित किया बल्कि मंदिरों और दुकानों के बाहर नो मास्क नो एंट्री के स्टिकर भी चस्पा किए.
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इस दौरान ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए महेश जोशी ने कहा कि जब तक कोरोना की वैक्सीन नहीं बन जाती, तब तक बचाव ही सुरक्षा है और मास्क से ही ये बचाव संभव है. ऐसे में लोग घरों से बाहर निकलने के साथ ही मास्क का इस्तेमाल करें. अपने हाथों को समय-समय पर सैनिटाइज करें. यही नहीं सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान रखें और जितना संभव हो घर में रहे. उन्होंने कहा कि जन आंदोलन के लिए सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी है. ऐसे में रात के समय को इसी वजह चुना गया है, जिससे ज्यादा लोग इकट्ठे ना हो.
जन जागरूकता कार्यक्रम के दौरान महेश जोशी ने उन कार्यकर्ताओं के लिए नो मास्क नो एंट्री वाली टीशर्ट लांच की, जो क्षेत्र में इस जन आंदोलन को आगे बढ़ाएंगे. इस दौरान उन्होंने एक पान विक्रेता को नया स्लोगन भी दिया नो मास्क नो पान.