जयपुर. प्रदेश में किसानों को माइक्रो इरिगेशन का सर्वाधिक लाभ मिल सके इसको लेकर मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने लगातार मॉनिटरिंग के निर्देश दिए. केंद्र सरकार की 'प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना' के जरिए 'पर ड्रॉप मोर क्रॉप- माइक्रो इरिगेशन' स्कीम चलाई गई है. इस स्कीम में सिंचाई की आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल करने पर जोर दिया गया है.
माइक्रो इरिगेशन को लेकर मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने मंगलवार को सचिवालय में बैठक ली. बैठक में सीएस ने जल संसाधन विभाग के शासन सचिव नवीन महाजन सहित अन्य अफसरों के साथ माइक्रो इरिगेशन के प्रोजेक्ट्स की प्रगति की समीक्षा की. दरसअल, केंद्र सरकार ने 'प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना' के ज़रिए 'पर ड्रॉप मोर क्रॉप- माइक्रो इरिगेशन' स्कीम चलाई है. इस स्कीम में सिंचाई की आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल करने पर जोर दिया गया है,
माइक्रो इरिगेशन (Micro Irrigation) तकनीक के ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल और किसानों को जागरूक किया जाए इस बात पर बैठक में जोर दिया गया. किसानों को इसके लिए सब्सिडी भी दी जा रही है.
योजना का उद्देश्य...
- बागवानी, कृषि फसलों में ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई तकनीक को अपनाकर फसल की क्वाविटी और पैदावार में इजाफा करना
- पौधों में उनकी जरूरत के मुताबिक पानी का इस्तेमाल करना
- खुली सिंचाई में बर्बाद होने वाले पानी की बचत करके जमीन के अंदर पानी के लेवल को कम होने से बचाना
- पौधों की जड़ों में ड्रिप सिंचाई के साथ ही खाद और कीट मारने वाले केमिकलों इस्तेमाल करके केमिकलों के इस्तेमाल में कमी लाना