जयपुर. मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने कहा कि किसी भी योजना का सफल क्रियान्वयन तभी हो सकता है, जब उसे समाज के अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति तक पहुंचाया जाए. वे शासन सचिवालय में आयुष्मान भारत योजना की राज्य मे क्रिन्यावयन के संबंध में तैयारियों को लेकर आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे.
बैठक में मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सी एच ओ (कम्युनिटी हैल्थ ऑफिसर्स) के कार्यों उनकी गतिविधियों के संबंध में आम नागरिकों, विशेषकर ग्रामीणजनों को पूरी जानकारी देनी होगी. तभी वे अपने स्वास्थ्य और स्वस्थ्य जीवन शैली के सम्बंध में सीएचओ से जानकारी प्राप्त कर सकेंगे.
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बैठक में स्वास्थ्य सचिव नरेश कुमार ठकराल ने जानकारी दी कि आयुष्मान भारत योजना के तहत अब राज्य में हैल्थ एण्ड वैलनैस सेंटर्स का दायरा बढ़ा दिया गया है. इन केंद्रों में अब कई बड़ी बीमारियों की भी स्क्रीनिंग की जाएगी. उन्होंने बताया कि राज्य में 7,810 सीएचओ की भर्ती प्रक्रिया अंतिम चरण में है. इनको कम्युनिटी हैल्थ ब्रिज कोर्स भी करवाया जाएगा.
जन आरोग्य समिति का गठन
स्वास्थ्य सचिव ठकराल ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य जीवन शैली के प्रति जागरूकता उत्पन्न करने के लिए सरपंच की अध्यक्षता में जन आरोग्य समिति का गठन लगभग पूरा हो चुका है. समिति में सीएचओ और जन प्रतिनिधिगणों के साथ ही राजकीय विद्यालयों के अध्यापक भी शामिल होंगे.