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मुख्य सचिव डीबी गुप्ता ने दिए निर्देश, Corona Hot Spot को करें पूरी तरह सील और मेडिकल टेस्ट में लाएं तेजी

कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जांच में तेजी लाने के लिए मुख्य सचिव डीबी गुप्ता ने उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश सहित जयपुर शहर में कोरोना संक्रमण रोकथाम के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएं और कोरोना हॉट स्पॉट को पूरी तरह सील करें.

Corona infection prevention, मुख्य सचिव डीबी गुप्ता की बैठक
कोरोना की जांच में तेजी लाने के लिए मुख्य सचिव डीबी गुप्ता ने ली अधिकारियों की बैठक
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Published : Apr 9, 2020, 8:10 PM IST

जयपुर. कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए टेस्ट में तेजी लाने के लिए मुख्य सचिव ने उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में मुख्य सचिव डीबी गुप्ता ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए क्षेत्र विशेष के अनुसार रणनीति अपनाकर तेजी से टेस्ट करने और अन्य आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए.

कोरोना की जांच में तेजी लाने के लिए मुख्य सचिव डीबी गुप्ता ने ली अधिकारियों की बैठक

सचिवालय में आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में राज्य और जयपुर की स्थिति की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि इसके लिए पर्याप्त मेडिकल टीम नियुक्त करने के साथ पीपीई किट्स, एन-95 मास्क और टेस्टिंग किट्स उपलब्ध कराए जाएंगे. उन्होंने हॉट स्पॉट्स को सील करके और शहर को क्लस्टर में बांटकर कार्ययोजना बनाने और अमल करने के निर्देश दिए.

पढ़ें- Lockdown के दौरान कैसे रहे स्वस्थ, सीखा रही हैं पूर्व ओलम्पियन और विधायक कृष्णा पूनिया..

मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश सहित जयपुर शहर में कोरोना संक्रमण रोकथाम के लिए सभी जरूरी कदम उठाएं और कोरोना हॉट स्पॉट्स को पूरी तरह सील करें. साथ ही शहर को क्लस्टर में बांटकर रैपिड सैंपलिंग कर टेस्ट करें. उन्होंने परकोटे से बाहर संक्रमण फैलने से रोकने के लिए 12 अप्रैल से पहले रैंडम सैंपलिंग की पूरी तैयारी करने के निर्देश दिए.

जांच कराने वालों के लिए डेवलप किया जा रहा एप

मुख्य सचिव ने बताया कि जयपुर शहर में कोरोना संक्रमण की जांच कराने के इच्छुक लोगों के लिए मोबाइल एप विकसित किया जा रहा है. संक्रमण की आशंका से संबंधित लोग इस एप को डाउनलोड कर अपने लक्षण फीड कर सकेंगे. पैरा मेडिकल और चिकित्सकों के स्तर पर इन लक्षणों की जांच कर मामलों की छंटनी की जाएगी. उसके बाद प्रशिक्षित टीम संबंधित व्यक्ति के घर जाकर स्क्रीनिंग करेगी. उसी के अनुसार तय किया जाएगा कि टेस्ट करना जरूरी है या नहीं.

क्वॉरेंटाइन के दौरान प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन कराने के दिए निर्देश

मुख्य सचिव ने क्वॉरेंटाइन किए गए व्यक्तियों को रखे जाने के लिए निर्धारित प्रोटोकॉल की सौ फीसदी पालना के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. उन्होंने क्वारेंटाइन व्यवस्था एवं प्रबंधन के लिए जेडीए की जिम्मेदारी तय कर आयुक्त टी. रविकांत को नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिये. उन्होंने नगर निगम को लाउड स्पीकर के माध्यम से सरल और प्रभावी तरीके से कोरोना एवं कर्फ्यू से संबंधित नियमित रूप से अनाउंसमेंट कराने के निर्देश दिए.

संक्रमण के फैलाव की जानकारी के लिए पूरी क्षमता से सैंपलिंग शुरू

कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जयपुर के नोडल अधिकारी ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव अजिताभ शर्मा ने जयपुर शहर में संक्रमण रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयासों से अवगत कराया. उन्होंने बताया कि सैंपलिंग का कार्य पूरी क्षमता से प्रारम्भ कर दिया गया है. अगले कुछ ही दिन में 900 से अधिक सैंपल विभिन्न क्लस्टर्स में लिए जाने का लक्ष्य रखा गया है, ताकि संक्रमण के फैलाव की असल जानकारी प्राप्त कर उचित कदम उठाए जा सकें.

पढ़ें- सावधान! Corona में मदद का बहाना, साइबर ठग बना रहे लोगों को निशाना

उन्होंने बताया कि क्षेत्र को तीस छोटे हिस्सों में बांटकर क्लस्टर आधारित सैंपलिंग प्रारभ की जाएगी. वहीं लक्षणों के आधार पर भी सैंपलिंग करवा सकेंगे. उन्होंने संक्रमण वाले इलाकों को पूरी तरह सील करने और कर्फ्यू की पालना कड़ाई से कराने के लिए ड्रोन कैमरों की संख्या बढ़ाने और सीसीटीवी कैमरे लगाने की जरूरत पर बल दिया. उन्होंने आने वाले समय में विभिन्न उपकरणों, किट्स, मेन पॉवर आदि की जानकारी भी दी.

जयपुर. कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए टेस्ट में तेजी लाने के लिए मुख्य सचिव ने उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में मुख्य सचिव डीबी गुप्ता ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए क्षेत्र विशेष के अनुसार रणनीति अपनाकर तेजी से टेस्ट करने और अन्य आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए.

कोरोना की जांच में तेजी लाने के लिए मुख्य सचिव डीबी गुप्ता ने ली अधिकारियों की बैठक

सचिवालय में आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में राज्य और जयपुर की स्थिति की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि इसके लिए पर्याप्त मेडिकल टीम नियुक्त करने के साथ पीपीई किट्स, एन-95 मास्क और टेस्टिंग किट्स उपलब्ध कराए जाएंगे. उन्होंने हॉट स्पॉट्स को सील करके और शहर को क्लस्टर में बांटकर कार्ययोजना बनाने और अमल करने के निर्देश दिए.

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मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश सहित जयपुर शहर में कोरोना संक्रमण रोकथाम के लिए सभी जरूरी कदम उठाएं और कोरोना हॉट स्पॉट्स को पूरी तरह सील करें. साथ ही शहर को क्लस्टर में बांटकर रैपिड सैंपलिंग कर टेस्ट करें. उन्होंने परकोटे से बाहर संक्रमण फैलने से रोकने के लिए 12 अप्रैल से पहले रैंडम सैंपलिंग की पूरी तैयारी करने के निर्देश दिए.

जांच कराने वालों के लिए डेवलप किया जा रहा एप

मुख्य सचिव ने बताया कि जयपुर शहर में कोरोना संक्रमण की जांच कराने के इच्छुक लोगों के लिए मोबाइल एप विकसित किया जा रहा है. संक्रमण की आशंका से संबंधित लोग इस एप को डाउनलोड कर अपने लक्षण फीड कर सकेंगे. पैरा मेडिकल और चिकित्सकों के स्तर पर इन लक्षणों की जांच कर मामलों की छंटनी की जाएगी. उसके बाद प्रशिक्षित टीम संबंधित व्यक्ति के घर जाकर स्क्रीनिंग करेगी. उसी के अनुसार तय किया जाएगा कि टेस्ट करना जरूरी है या नहीं.

क्वॉरेंटाइन के दौरान प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन कराने के दिए निर्देश

मुख्य सचिव ने क्वॉरेंटाइन किए गए व्यक्तियों को रखे जाने के लिए निर्धारित प्रोटोकॉल की सौ फीसदी पालना के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. उन्होंने क्वारेंटाइन व्यवस्था एवं प्रबंधन के लिए जेडीए की जिम्मेदारी तय कर आयुक्त टी. रविकांत को नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिये. उन्होंने नगर निगम को लाउड स्पीकर के माध्यम से सरल और प्रभावी तरीके से कोरोना एवं कर्फ्यू से संबंधित नियमित रूप से अनाउंसमेंट कराने के निर्देश दिए.

संक्रमण के फैलाव की जानकारी के लिए पूरी क्षमता से सैंपलिंग शुरू

कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जयपुर के नोडल अधिकारी ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव अजिताभ शर्मा ने जयपुर शहर में संक्रमण रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयासों से अवगत कराया. उन्होंने बताया कि सैंपलिंग का कार्य पूरी क्षमता से प्रारम्भ कर दिया गया है. अगले कुछ ही दिन में 900 से अधिक सैंपल विभिन्न क्लस्टर्स में लिए जाने का लक्ष्य रखा गया है, ताकि संक्रमण के फैलाव की असल जानकारी प्राप्त कर उचित कदम उठाए जा सकें.

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उन्होंने बताया कि क्षेत्र को तीस छोटे हिस्सों में बांटकर क्लस्टर आधारित सैंपलिंग प्रारभ की जाएगी. वहीं लक्षणों के आधार पर भी सैंपलिंग करवा सकेंगे. उन्होंने संक्रमण वाले इलाकों को पूरी तरह सील करने और कर्फ्यू की पालना कड़ाई से कराने के लिए ड्रोन कैमरों की संख्या बढ़ाने और सीसीटीवी कैमरे लगाने की जरूरत पर बल दिया. उन्होंने आने वाले समय में विभिन्न उपकरणों, किट्स, मेन पॉवर आदि की जानकारी भी दी.

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