जयपुर. सीएम अशोक गहलोत शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास से वीडियो कॉन्फ्रेन्स के माध्यम से युवा, महिला प्रोफेशनल्स एवं प्रतिभावान विद्यार्थियों के साथ बजट पूर्व संवाद किया. उन्होंने कहा कि महिला सशक्तीकरण के लिए एक हजार करोड की लागत से इन्दिरा महिला शक्ति योजना प्रारम्भ की है. साथ ही, महिलाओं और बच्चों से सम्बन्धित विषयों पर शोध के लिए हरिशचंद्र माथुर राज्य लोक प्रशिक्षण संस्थान में इन्दिरा महिला एवं बाल विकास शोध संस्थान की स्थापना की गई है.
महिलाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए इन्दिरा महिला शक्ति उद्यम प्रोत्साहन योजना के तहत आसान शर्तों पर बैंकों से ऋण उपलब्ध करवाया जा रहा है. जनजाति बाहुल्य जिलों में मातृ एवं शिषु स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए इन्दिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना लागू की गई है. राज्य के महिला थानों में महिला सुरक्षा एवं सलाह केन्द्र संचालित किए जा रहे हैं.
कुप्रथाओं का उन्मूलन जरूरी
गहलोत ने कहा कि महिलाओं के जीवन स्तर में सुधार और विकास में भागीदार बनाने के लिए दहेज, घूंघट एवं बाल विवाह जैसी कुप्रथाओं का उन्मूलन बेहद जरूरी है. समाज की प्रबुद्ध एवं प्रोफेशनल महिलाएं एवं युवा वर्ग इन बुराइयों को दूर करने के लिए अपनी सकारात्मक भूमिका का निर्वहन करें. उनकी प्रगतिशील सोच से ही समाज और प्रदेश आगे बढ़ेगा.
खिलाड़ियों, प्रोफेशनल्स ने दिए सुझाव
शिक्षा राज्यमंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा, खेल एवं युवा मामलात राज्यमंत्री अशोक चांदना, महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री ममता भूपेश ने सरकार की ओर से उठाए गए जनकल्याणकारी निर्णयों और कार्यों की जानकारी दी. इस दौरान राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में राजस्थान का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों, विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत महिला प्रोफेशनल्स, प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं ने आगामी राज्य बजट 2021-22 को लेकर महत्वपूर्ण सुझाव दिए.