जयपुर. प्रदेश में चल रहे सियासी घमासान के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि आज पूरा मुल्क चिंतित है, क्योंकि लोकतंत्र खतरे में है. कांग्रेस के 'स्पीक अप फॉर डेमोक्रेसी' अभियान के तहत जारी किए अपने बयान में मुख्यमंत्री ने यह बात कही. उन्होंने कहा कि 'स्पीक अप फॉर डेमोक्रेसी' प्रोग्राम जो चलाया गया है, इसके मायने आम जनता को भी समझने होंगे और हुकूमत को भी समझना होगा. गहलोत ने कहा कि आज जिस प्रकार का माहौल देश के अंदर है, वो चिंताजनक है.
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आज पूरा मुल्क चिंतित है क्योंकि डेमोक्रेसी खतरे में है।#SpeakUpForDemocracy प्रोग्राम जो चलाया गया इसके मायने हैं, इसका अपना सन्देश है, उसको एक तरफ आम जनता को भी समझना पड़ेगा और दूसरी तरफ जो हुकूमत में हैं उनको भी समझना पड़ेगा।आज जिस प्रकार का माहौल देश के अंदर है वो चिंताजनक है। pic.twitter.com/H7VHlhcpL5
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गहलोत ने कहा कि देश को आजादी की कीमत चुकानी पड़ी थी. महात्मा गांधी की रहनुमाई में हमें आजादी मिली और आजादी की रक्षा के लिए कई लोगों ने त्याग, बलिदान और कुर्बानी भी दी. पंडित नेहरू को जेल में रहना पड़ा था. सरदार पटेल, अब्दुल कलाम आजाद जैसे नेता हुए, जिन्होंने लोकतंत्र को मजबूत करने का काम किया. उन्होंने कहा कि कई प्रधानमंत्री आए और चले गए, लेकिन सभी ने लोकतंत्र को मजबूत किया. फिर चाहे इंदिरा गांधी हों, राजीव गांधी हों या अटल बिहारी वाजपेई सहित कोई अन्य प्रधानमंत्री, लेकिन आज जिस प्रकार का माहौल देश में है, वो चिंताजनक है.
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मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्नाटक, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में जो हुआ, वो सबको पता है. गहलोत ने यह भी कहा कि राजस्थान में सरकार राज्यपाल से विधानसभा सत्र की मांग कर रही है. राज्य में सत्ताधारी पार्टी यह मांग कर रही है जबकि अक्सर होता इसका उल्टा है. गहलोत ने उम्मीद जताई कि राज्यपाल जल्द ही विधानसभा सत्र बुलाने के आदेश देंगे. इस दौरान गहलोत ने राज्यपाल द्वारा जो संदेश आया, उस पर खुशी भी जाहिर की. उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने कोरोना की रोकथाम को लेकर प्रदेश सरकार की तारीफ की है. गहलोत ने कहा कि विधानसभा सत्र में कोरोना के साथ ही राजनीतिक चर्चा भी होगी. उन्होंने कहा कि हमारा कर्तव्य है एक-एक व्यक्ति का जीवन बचाएं.