जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बुधवार को अचानक राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात करने राजभवन पहुंचे. राजस्थान के वर्तमान राजनीतिक हालातों को देखते हुए मुख्यमंत्री के राजभवन पहुंचने पर राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं शुरू हो गईं. राजस्थान में जिस तरीके से कहा जा रहा है कि जल्द ही कैबिनेट विस्तार और फेरबदल होगा उसी की आस अब कांग्रेस के नेता मुख्यमंत्री से लगा कर बैठे हैं.
वहीं, बुधवार को जैसे ही मुख्यमंत्री राजभवन पहुंचे कांग्रेसी नेताओं की धड़कने तेज हो गई. हालांकि, जानकारों की माने तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का राजभवन जाकर राज्यपाल कलराज मिश्र से मिलना महज एक शिष्टाचार मुलाकात थी. इसमें कैबिनेट विस्तार जैसी कोई बात नहीं थी. इस दौरान जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राज्यपाल मिश्र से मिलने पहुंचे, तो उन्होंने सबसे पहले जनता को संदेश देने के लिए सैनिटाइजर का इस्तेमाल किया.
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राजभवन पहुंचकर राज्यपाल महोदय श्री @KalrajMishra से शिष्टाचार भेंट की। pic.twitter.com/5ASJaNl6hC
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राजेंद्र राठौड़ का गहलोत पर निशाना...
प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी में हाल ही में हुए बड़े बदलाव को लेकर भी सियासत शुरू हो गई है. प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के हुए बड़े स्तर पर तबादले के मामले में मुख्यमंत्री पर जुबानी हमला बोला है. राठौड़ ने कहा कि अपनी कुर्सी बचाने और पसंदीदा नेताओं को खुश करने के लिए बड़े स्तर पर ताबड़तोड़ तबादले किए गए हैं.
इस दौरान राठौड़ ने प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर भी सवाल उठाया. साथ ही मुख्यमंत्री गहलोत को बतौर गृहमंत्री अब तक का सबसे फेल मंत्री करार दिया. उन्होंने कहा कि पुलिस के डीआईजी रेंज के अधिकारी थानों से मंथली लेते हुए संदेह के दायरे में आते हैं, जो अपने आप में पुलिस महकमे पर बड़ा सवाल है.