जयपुर. नामीबिया के चीते अब जयपुर के बजाय ग्वालियर में लैंड करेंगे, ऐसा सूत्र बता रहे हैं (Cheetahs from Namibia To India). वैसे जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर रिहर्सल के लिए वायु सेना का एक हेलीकॉप्टर पहुंचा हुआ है. इस हेलीकॉप्टर के जरिए चीतों को मध्य प्रदेश के कुनो पालपुर ले जाया जाएगा. वहीं दूसरी तरफ चीतों को लेकर अफ्रीका से आ रहे कार्गो विमान के ग्वालियर में लैंडिंग होने की बात भी सामने आ रही है. ऐसे में चीतों को जयपुर एयरपोर्ट पर लाए जाने को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है.
कुनो में बसेंगे चीते: अफ्रीका के नामीबिया से 8 चीतों को लाकर मध्य प्रदेश के कुनो पालपुर में बसाने की तैयारी है. चीतों को 16 सितंबर की रात को अफ्रीका से कार्गो विमान के जरिए रवाना किया जाएगा. बताया गया कि 17 सितंबर की अलसुबह करीब 6 बजे कार्गो विमान जयपुर एयरपोर्ट पर पहुंचेगा. जंबो जेट के कार्गो विमान से चीतों को लाया जा रहा है. अब तक जो बताया जा रहा था उसके मुताबिक जयपुर एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद करीब 7 बजे कार्गो विमान से चीतों को वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर्स में शिफ्ट करके कुनो पालपुर भेजा जाएगा.
तैयारियां पूरी, लेकिन: चीतों को जयपुर एयरपोर्ट पर लाने को लेकर एयरपोर्ट प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों की तरफ से तमाम तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. रिहर्सल के लिए वायु सेना का एक हेलीकॉप्टर जयपुर एयरपोर्ट पर पहुंचा हुआ है. इस बीच चीतों को जयपुर एयरपोर्ट पर लाए जाने को लेकर असमंजस की स्थिति से मामला थोड़ा उलझ गया है. एयरपोर्ट अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार जयपुर एयरपोर्ट पर कार्गो विमान की लैंडिंग के कार्यक्रम में अचानक बदलाव हुआ है. कहा जा रहा है कि अफ्रीका के नामीबिया से चीतों को लेकर आ रहा कार्गो विमान सीधे ग्वालियर पहुंचेगा. ग्वालियर से चीतों को कुनो पालपुर पहुंचाया जाएगा.
ग्वालियर से सीधे कुनो पालपुर: एयरपोर्ट से मिली जानकारी के मुताबिक पहले बताया जा रहा था कि चीतों को सबसे पहले जयपुर एयरपोर्ट पर लाया जाएगा. उसके बाद हेलीकाप्टर के जरिए कूनो पालपुर ले जाया जाएगा. जानकार सूत्रों के मुताबिक चीतों को ला रहा विमान नामीबिया से सीधे ग्वालियर ले जाया जाएगा. ग्वालियर से चीतों को कुनो पालपुर पहुंचाया जाएगा.
कुल 8 चीते पधारेंगे भारत: 5 मादा और 3 नर चीते लाए जा रहे हैं (Cheetahs On PM Modi Birthday). अफ्रीका से लाए जा रहे चीतों की उम्र करीब 4 से 6 साल तक बताई जा रही है. सबसे तेज रफ्तार वाले जीव कहे जाने वाले चीतों की देश में वापसी होने से वन्यजीव प्रेमियों में खुशी का माहौल है. 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस पर 8 चीते मध्यप्रदेश के कुनो पालपुर राष्ट्रीय उद्यान पहुंचेंगे. चीतों के लिए पार्क में बाड़े तैयार किए गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीतों को बाड़ों में छोड़ेंगे. चीतों को 1 महीने के लिए क्वॉरेंटाइन रखा जाएगा.
सेंट्रल जू अथॉरिटी और मध्य प्रदेश वन विभाग की टीम की देखरेख में चीतों को अफ्रीका से लाया जा रहा है. जिस विमान में चीतों को लाया जा रहा है, उसमें भी मेडिकल टीम को साथ में रखा गया है. चीतों के मेडिकल संबंधी तमाम व्यवस्थाएं विमान के अंदर की गई हैं. हालांकि राजस्थान वन विभाग के अधिकारियों को सूचना नहीं दी गई है. राजस्थान वन विभाग के अधिकारियों से बातचीत की गई तो चीतों को जयपुर एयरपोर्ट लाने के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली.
चीतों को आबाद करेगा भारत: जानकारों की माने तो दुनिया भर में चीतों के अस्तित्व पर संकट गहरा रहा है. भारत में चीतों को फिर से आबाद करने की कोशिश की जा रही है. राजस्थान में चीतों के आवास के लिए अच्छे विकल्प मौजूद हैं. राजस्थान में भी कई इलाके ऐसे हैं, जहां पर चीतों को बसाया जा सकता है. चीतों के अनुकूल राजस्थान में कई ऐसे जंगल है, जहां खुले घास के मैदान और शिकार के लिए पर्याप्त शाकाहारी वन्यजीव मौजूद हैं. राजस्थान में 1950 से पहले चीते विलुप्त हो गए थे. राजस्थान में भी चीते बसाने की कोशिश की जा रही है.