जयपुर. राजधानी की स्पेशल ऑफेंसेस एंड साइबर क्राइम थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. पुलिस ने फर्जी कस्टमर केयर अधिकारी बनकर 1 लाख रुपए से अधिक की ठगी करने वाले एक शातिर ठग को झारखंड के जामताड़ा से गिरफ्तार किया है. पुलिस शातिर ठग मुस्तकीम अंसारी को जामताड़ा से गिरफ्तार करने के बाद जयपुर लेकर पहुंची है, जहां पर उससे ठगी की अन्य वारदातों के बारे में भी पूछताछ की जा रही है.
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ठगी के जिस प्रकरण में आरोपी को गिरफ्तार किया गया है, उसमें आरोपी ने महावीर मीणा नाम के एक व्यक्ति को फोन पे अकाउंट ब्लॉक होने का झांसा देकर और अकाउंट अनलॉक करने के नाम पर ठगी का शिकार बनाया था. महावीर मीणा ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उनका एसबीआई बैंक टोडाभीम शाखा में एकाउंट है.
बैंक खाता उनके फोन पे अकाउंट से जुड़ा हुआ है जो कि ब्लॉक होने पर उन्होंने गूगल के कस्टमर केयर अधिकारी का नंबर लेकर कॉल किया. तब कस्टमर केयर अधिकारी ने एनीडेस्क एप्लीकेशन डाउनलोड करवा कर खाते से 1 लाख 1 हजार रुपए निकाल लिए. परिवादी की शिकायत पर जब पुलिस ने जांच करना शुरू किया तो ट्रांजैक्शन डिटेल और मोबाइल नंबर के आधार पर आरोपी की लोकेशन झारखंड के जामताड़ा की प्राप्त हुई. जिस पर पुलिस टीम ने जामताड़ा में दबिश देकर आरोपी मुस्तकीम अंसारी को गिरफ्तार कर लिया.
आरोपी से हुई प्रारंभिक पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि वह ई-वॉलेट और बैंक के फर्जी कस्टमर केयर अधिकारी बनकर लोगों को मदद का झांसा देकर अपने जाल में फंसाते हैं. इसके बाद फोन करने वाले व्यक्ति के मोबाइल पर एनीडेस्क और क्विक सपोर्ट नाम की ऐप डाउनलोड करवा कर उनके मोबाइल का पूरा फंक्शन अपने हाथ में ले लेते हैं. उसके बाद फोन करने वाले व्यक्ति के मोबाइल से मोबाइल बैंकिंग के जरिए खाते से राशि अपने खाते में ट्रांसफर कर लेते हैं.
ठगी की वारदात को अंजाम देने के लिए ठग फर्जी दस्तावेजों के आधार पर खरीदी गई सिम कार्ड और पेटीएम खातों का इस्तेमाल करते हैं. फिलहाल, पुलिस गिरफ्त में आए आरोपी से पूछताछ में जुटी है जिसमें अनेक वारदातों का खुलासा होने की संभावना है.