जयपुर. प्राकृतिक आपदा से पीड़ित पशु पालकों ने मुआवजे की मांग को लेकर रविवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की. प्रदेश के जालोर, सिरोही और पाली से करीब 12 से ज्यादा पशुपालक जयपुर पहुंचे. यहां प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पहुंचकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट को ज्ञापन सौंपा.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय परसराम मदेरणा की पुण्यतिथि पर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे. यहां पर प्रदेश के जिलों से आए पशुपालकों ने उनसे मुलाकात कर अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा.
इस दौरान पशुपालकों ने बताया, कि तेज बारिश और प्राकृतिक आपदा की वजह से हजारों की संख्या में भेड़ और ऊंटों की मौत हो गई. जिसके संबंध में ग्राम पंचायत के सरपंच, सचिव जिला पशु चिकित्सालय और कलेक्टर सहित अन्य विभागों में शिकायत की गई थी. लेकिन चार- पांच महीने बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई.
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साथ ही पशुपालकों ने बताया, कि सैकड़ों की संख्या में पशुपालक पशुओं को चराने के लिए राजस्थान के सरहदी इलाके के आस-पास मध्यप्रदेश में जाते हैं. जहां पर प्राकृतिक आपदा की वजह से हजारों पशुओं की मौत हो गई. सरपंच और सचिव की मौजूदगी में मरी हुई भेड़ों को दफनाया गया था. बार-बार गुहार लगाने के बावजूद भी प्रशासन सुनवाई नहीं कर रहा. सभी पीड़ित पशु पालक केवल पशुपालन का ही व्यवसाय करते हैं. इसके अलावा दूसरा कोई रोजगार नहीं है. सभी पशुपालकों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से गुहार लगाई है कि गरीब पीड़ित परिवारों की आर्थिक मदद करें.