जयपुर. डीडवाना में एक दलित महिला के साथ हुए गैंगरेप (Nagaur Gangrape Case) के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर उनके परिजन सवाई मानसिंह अस्पताल की मोर्चरी में धरने पर बैठ गए हैं. जहां राज्यसभा सांसद डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा भी पहुंचे. उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पॉलीटिकल प्रेशर के जरिए पुलिस मामले को दबाना चाह रही है.
दरअसल, गैंगरेप के बाद जब महिला घायल अवस्था में डीडवाना में पाई गई तो उसे इलाज के लिए जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. जहां 2 दिन पहले पीड़िता ने दम तोड़ दिया. ऐसे में न्याय की मांग को लेकर पीड़िता के परिजन मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठ गए हैं, जहां राज्यसभा सांसद डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा भी धरना स्थल पर (MP Kirori Lal Meena Protest in SMS Hospital) पहुंचे. इस मौके पर डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था लगातार बिगड़ती जा रही है और हाल ही में डीडवाना में हुई इस गैंगरेप की घटना के बाद सरकार पर प्रश्नचिन्ह खड़ा हो गया है.
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उन्होंने कहा कि मामले को लेकर पुलिस ने सिर्फ कुछ छोटे लोगों को ही गिरफ्तार किया है, जबकि गैंगरेप का मुख्य आरोपी पकड़ से बाहर है. उन्होंने यह भी कहा कि मुख्य आरोपी की ओर से लगातार पॉलिटिकल प्रेशर बनाया (MP Kirori Lal Meena targets Gehlot Government) जा रहा है, जिसके चलते पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर रही है. मीणा ने कहा कि आनन-फानन में मृतक महिला का पोस्टमार्टम कर दिया गया, जबकि हमारी मांग है कि मेडिकल बोर्ड बनाकर और वीडियोग्राफी के जरिए एक बार फिर से पोस्टमार्टम किया जाए ताकि किस कारण से महिला की मौत हुई उसका पता चल सके.
किरोड़ी लाल मीणा ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि जब तक मामले को लेकर सरकार कोई सख्त कदम नहीं उठाती तब तक वे परिजनों के साथ धरना स्थल पर मौजूद रहेंगे. उन्होंने कहा कि जब महिला घर से गायब हुई तो परिजनों की ओर से एफआईआर भी लिखवाई गई और इस दौरान दो मुख्य आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था, लेकिन पॉलिटिकल प्रेशर के जरिए उन आरोपियों को छुड़वा लिया गया और अब तक पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर पाई है.