जयपुर. हेरिटेज नगर निगम की समितियों के गठन की जो गेंद अब तक राज्य सरकार के पाले में थी, उसे उठाकर कैबिनेट मंत्री महेश जोशी ने मेयर के पाले में डाल दी (Mahesh Joshi urges to Mayor to form Nigam committees) है. जोशी ने कहा कि निगम की समितियों के लिए मेयर को पहल करनी चाहिए. वो खुद सभी विधायकों से बात करके पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के सामने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और प्रभारी मंत्री से राय करके कमेटियों के गठन के बारे में पहल करें और इसमें सब की राय शामिल हो जाए.
शहर कांग्रेस में चल रही वर्चस्व की लड़ाई किसी से छुपी हुई नहीं है. जिसका सीधा असर हेरिटेज नगर निगम की सियासत पर पड़ रहा है. विधानसभा वार पार्षदों के गुट देखने को मिल रहे हैं. कोई महापौर की कार्यशैली से असंतुष्ट होकर नाराजगी जाहिर कर चुका है, तो कोई महापौर के पक्ष में नजर आ रहा है. हवामहल, आदर्श नगर, किशनपोल और सिविल लाइन विधानसभा के विधायक अपने पार्षदों के साथ समितियों पर मंथन कर चुके हैं. ऐसे में ये बात तय है कि अभी हेरिटेज नगर निगम के कांग्रेस बोर्ड में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. बीते दिनों निर्दलीय पार्षदों ने भी समितियों का गठन नहीं होने से नाराज होकर समर्थन वापस लेने की चेतावनी दी थी.
इस बीच कैबिनेट मंत्री महेश जोशी ने निगम की समितियों के लिए मेयर को पहल करने की बात कही है. जोशी ने कहा कि मेयर खुद सभी विधायकों से बात करके पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के सामने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और प्रभारी मंत्री से राय करके कमेटियों के गठन के बारे में पहल करें और इसमें सब की राय शामिल हो जाए. हालांकि इससे पहले महापौर मुनेश गुर्जर ने निगम में समितियों का गठन का काम कहां अटका हुआ (Nagar Nigam committees formation still pending) है, इस पर अनभिज्ञता जताते हुए, राज्य सरकार से कमेटियां जल्द से जल्द बनाये जाने की अपेक्षा जताई थी. लेकिन अब उन्हीं के पार्टी के वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री महेश जोशी ने महापौर को ही ये जिम्मेदारी उठाने की बात कहकर दुविधा में डाल दिया है.
आपको बता दें कि हेरिटेज नगर निगम में 24 कार्यकारी समितियों के निर्माण की चर्चा है. विधायकों में हुई सहमति के अनुसार किशनपोल, आदर्श नगर, हवामहल और सिविल लाइन विधानसभा क्षेत्रों से 6-6 समितियां बन सकती हैं. सभी विधायक अपने-अपने पार्षदों को प्रमुख समितियां दिलाना चाहते हैं. वहीं कांग्रेस को समर्थन देने वाले निर्दलीय पार्षदों को भी चेयरमैन बनाया जाएगा और ऐसे निर्दलीय पार्षद सबसे ज्यादा हवामहल विधानसभा से ही हैं. जिसके चलते यहां के कांग्रेसी पार्षदों का हक निर्दलीय पार्षदों को मिलेगा. यहीं आकर फिलहाल सारा मसला अटका हुआ है.