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CAA और NRC को लेकर सीएम गहलोत का बड़ा बयान, कहा- राजस्थान में नहीं करेंगे लागू

CAA और NRC के खिलाफ जयपुर में कांग्रेस व सिविल सोसाइटियों का शांति मार्च निकाला गया. जिसमें हजारों की संख्या में भीड़ नजर आई. इस रैली को संबोधित करते हुए गहलोत ने कहा कि CAA और NRC को राजस्थान में नहीं लागू नहीं किया जाएगा.

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Published : Dec 22, 2019, 11:51 PM IST

जयपुर. देशभर में नागरिकता संशोधन एक्ट को लेकर चल रहे विवाद के बीच रविवार को जयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में अल्बर्ट हॉल से गांधी सर्किल तक शांति मार्च निकाला गया. इसमें कांग्रेस के सहयोगी दल सीपीएम, सीपीआई, समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी, जनता दल राष्ट्रीय लोक दल सहित करीब 35 सिविल सोसायटी के प्रतिनिधि और कार्यकर्ता शामिल हुए.

जयपुर में कांग्रेस ने निकाला शांति मार्च

इस मार्च में एक बड़ी आबादी मुस्लिम समाज से जुड़े विभिन्न संगठनों और लोगों मौजूद रहे. इसके साथ ही शांति मार्च में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पीसीसी चीफ सचिन पायलट सहित तमाम मंत्री नेता कार्यकर्ता आम लोग पैदल चलते हुए गांधी सर्किल पहुंचे.

यह भी पढ़ें- CAA विरोध प्रदर्शनः राजधानी में इंटरनेट, मेट्रो और ट्रांसपोर्टेशन बंद; जनता बेहाल

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दो टूक में कहा कि राजस्थान में नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी किसी भी कीमत पर लागू नहीं होने देंगे. गहलोत ने कहा कि देश तानाशाही से नहीं, बल्कि मोहब्बत और प्रेम से चलता है. गहलोत ने कहा बीते 70 साल में देश के संविधान लोकतंत्र की परीक्षा में खरा उतरा, लेकिन आज केंद्र की मोदी सरकार उसकी धज्जियां उड़ा रही है.

गहलोत ने कहा कि मोदी जी नोटबंदी की बात कहते थे, जिसमें 150 लोग मारे गए. गौरव नागरिकता संशोधन कानून से देश भर में हालात बिगड़ रहे हैं. गहलोत ने कहा कि मोदी और शाह राष्ट्रवाद की बात करते हैं, तो क्या हम राष्ट्रवादी नहीं हैं. गहलोत के अनुसार यह लोग हिंदू राष्ट्र की बात करते हैं, लेकिन हम सबको साथ लेकर चलने की बात कहते हैं. इस दौरान अशोक गहलोत ने यह भी कहा कि नागरिकता संशोधन एक और एनआरसी के विरोध में सबसे ज्यादा हंगामा और विरोध उन्हीं प्रदेशों में हो रहा है जहां भाजपा की सरकार है.

यह भी पढ़ें- स्कूलों के 'सरकारी' हाल: जयपुर नगर निगम की ओर संचालित पिंक सिटी स्कूल के हालात बद से बदतर, देखिए रिपोर्ट

शांति मार्च को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ सचिन पायलट ने कहा कि सरकार की पहली प्राथमिकता किसान और नौजवान होना चाहिए. भाजपा को बहुमत मिलने के बाद अब वह उसका दुरुपयोग कर रही है. पायलट के अनुसार इस देश में किसी को भी नागरिक बनाना या नहीं बनाना रक्षा विभाग को तय करना चाहिए. यदि कोई उसमें खरा नहीं उतरता, तो उसे नागरिकता नहीं देना चाहिए. लेकिन मजहब और धर्म के नाम पर नागरिकता देना किसी भी दृष्टि से सही नहीं है. पायलट के अनुसार हम सब इस माटी के लाल है, इसलिए धर्म और मजहब के नाम पर भेदभाव कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे.

नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ शांति मार्च निकाला गया. विभिन्न राजनीतिक दलों और सिविल सोसायटी के दम पर विशाल रूप ले पाया. अब 28 दिसंबर को शहीद स्मारक से प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय तक पैदल मार्च निकालेगी. देखना लाजमी होगा कि 28 मार्च को निकाले जाने वाले कांग्रेस के पैदल मार्च में रविवार को निकाले गए शांति मार्च की तुलना में कितनी भीड़ और कार्यकर्ता जुड़ पाते हैं.

जयपुर. देशभर में नागरिकता संशोधन एक्ट को लेकर चल रहे विवाद के बीच रविवार को जयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में अल्बर्ट हॉल से गांधी सर्किल तक शांति मार्च निकाला गया. इसमें कांग्रेस के सहयोगी दल सीपीएम, सीपीआई, समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी, जनता दल राष्ट्रीय लोक दल सहित करीब 35 सिविल सोसायटी के प्रतिनिधि और कार्यकर्ता शामिल हुए.

जयपुर में कांग्रेस ने निकाला शांति मार्च

इस मार्च में एक बड़ी आबादी मुस्लिम समाज से जुड़े विभिन्न संगठनों और लोगों मौजूद रहे. इसके साथ ही शांति मार्च में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पीसीसी चीफ सचिन पायलट सहित तमाम मंत्री नेता कार्यकर्ता आम लोग पैदल चलते हुए गांधी सर्किल पहुंचे.

यह भी पढ़ें- CAA विरोध प्रदर्शनः राजधानी में इंटरनेट, मेट्रो और ट्रांसपोर्टेशन बंद; जनता बेहाल

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दो टूक में कहा कि राजस्थान में नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी किसी भी कीमत पर लागू नहीं होने देंगे. गहलोत ने कहा कि देश तानाशाही से नहीं, बल्कि मोहब्बत और प्रेम से चलता है. गहलोत ने कहा बीते 70 साल में देश के संविधान लोकतंत्र की परीक्षा में खरा उतरा, लेकिन आज केंद्र की मोदी सरकार उसकी धज्जियां उड़ा रही है.

गहलोत ने कहा कि मोदी जी नोटबंदी की बात कहते थे, जिसमें 150 लोग मारे गए. गौरव नागरिकता संशोधन कानून से देश भर में हालात बिगड़ रहे हैं. गहलोत ने कहा कि मोदी और शाह राष्ट्रवाद की बात करते हैं, तो क्या हम राष्ट्रवादी नहीं हैं. गहलोत के अनुसार यह लोग हिंदू राष्ट्र की बात करते हैं, लेकिन हम सबको साथ लेकर चलने की बात कहते हैं. इस दौरान अशोक गहलोत ने यह भी कहा कि नागरिकता संशोधन एक और एनआरसी के विरोध में सबसे ज्यादा हंगामा और विरोध उन्हीं प्रदेशों में हो रहा है जहां भाजपा की सरकार है.

यह भी पढ़ें- स्कूलों के 'सरकारी' हाल: जयपुर नगर निगम की ओर संचालित पिंक सिटी स्कूल के हालात बद से बदतर, देखिए रिपोर्ट

शांति मार्च को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ सचिन पायलट ने कहा कि सरकार की पहली प्राथमिकता किसान और नौजवान होना चाहिए. भाजपा को बहुमत मिलने के बाद अब वह उसका दुरुपयोग कर रही है. पायलट के अनुसार इस देश में किसी को भी नागरिक बनाना या नहीं बनाना रक्षा विभाग को तय करना चाहिए. यदि कोई उसमें खरा नहीं उतरता, तो उसे नागरिकता नहीं देना चाहिए. लेकिन मजहब और धर्म के नाम पर नागरिकता देना किसी भी दृष्टि से सही नहीं है. पायलट के अनुसार हम सब इस माटी के लाल है, इसलिए धर्म और मजहब के नाम पर भेदभाव कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे.

नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ शांति मार्च निकाला गया. विभिन्न राजनीतिक दलों और सिविल सोसायटी के दम पर विशाल रूप ले पाया. अब 28 दिसंबर को शहीद स्मारक से प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय तक पैदल मार्च निकालेगी. देखना लाजमी होगा कि 28 मार्च को निकाले जाने वाले कांग्रेस के पैदल मार्च में रविवार को निकाले गए शांति मार्च की तुलना में कितनी भीड़ और कार्यकर्ता जुड़ पाते हैं.

Intro:
CAA और NRC के खिलाफ जयपुर में कांग्रेस व सिविल सोसाइटियों का शांति मार्च, जुटे हजारों लोग

अशोक गहलोत ने कहा-राजस्थान में नहीं लागू करेंगे CAA और NRC मोदी सरकार वापस ले कानून

अल्बर्ट हॉल से गांधी सर्किल तक निकाला गया मार्च, सहयोगी दलों ने लिया हिस्सा, शरद यादव भी रहे मौजूद

जयपुर (इंट्रो)
देशभर में नागरिकता संशोधन एक्ट को लेकर चल रहे विवाद के बीच रविवार को जयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में अल्बर्ट हॉल से गांधी सर्किल तक शांति मार्च निकाला गया। इसमें कांग्रेस के सहयोगी दल सीपीएम, सीपीआई,समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी, जनता दल राष्ट्रीय लोक दल सहित करीब 35 सिविल सोसायटी के प्रतिनिधि और कार्यकर्ता शामिल हुए वही इस मार्च में एक बड़ी आबादी मुस्लिम समाज से जुड़े विभिन्न संगठनों और लोगों की रही।

राजस्थान में नहीं लागू करेंगे ACC और NRC- गहलोत

शांति मार्च में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पीसीसी चीफ सचिन पायलट सहित तमाम मंत्री नेता कार्यकर्ता आम लोग पैदल चलते हुए गांधी सर्किल पहुंचे और इस दौरान वक्ताओं के निशाने पर ही केंद्र की मोदी सरकार और भाजपा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जहां दो टूक शब्दों में कहा कि राजस्थान में नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी किसी भी कीमत पर लागू नहीं होने देंगे। गहलोत ने कहा कि देश तानाशाही से नहीं बल्कि मोहब्बत तो प्रेम से चलता है। गहलोत ने कहा बीते 70 साल में देश के संविधान लोकतंत्र की परीक्षा में खरा उतरा लेकिन आज केंद्र की मोदी सरकार उसकी धज्जियां उड़ा रही है। गहलोत ने कहा कि मोदी जी नोटबंदी की बात कहते थे जिसमें 150 लोग मारे गए गौरव नागरिकता संशोधन कानून से देश भर में हालात बिगड़ रहे हैं गहलोत ने कहा कि मोदी और शाह राष्ट्रवाद की बात करते हैं तो क्या हम राष्ट्रवादी नहीं हैं। गहलोत के अनुसार यह लोग हिंदू राष्ट्र की बात करते हैं लेकिन हम सबको साथ लेकर चलने की बात कहते हैं। इस दौरान अशोक गहलोत ने यह भी कहा कि नागरिकता संशोधन एक और एनआरसी के विरोध में सबसे ज्यादा हंगामा और विरोध उन्हीं प्रदेशों में हो रहा है जहां भाजपा की सरकार है।

सरकार की प्राथमिकता किसान और नोजवान होना चाहिए-पायलट

शांति मार्च को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ सचिन पायलट ने कहा कि सरकार की पहली प्राथमिकता किसान और नौजवान होना चाहिए लेकिन भाजपा को बहुमत मिलने के बाद अब वह उसका दुरुपयोग कर रही है मैं लेट के अनुसार इस देश में किसी को भी नागरिक बनाना या नहीं बनाना रक्षा विभाग को तय करना चाहिए यदि कोई उसमें खरा नहीं उतरता तो उसे नागरिकता नहीं देना चाहिए लेकिन मजहब और धर्म के नाम पर नागरिकता देना किसी भी दृष्टि से सही नहीं है पायलट के अनुसार हम सब इस माटी के लाल है इसलिए धर्म और मजहब के नाम पर भेदभाव कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे।

नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ निकाला गया शांति मार्च विभिन्न राजनीतिक दलों और सिविल सोसायटी के दम पर विशाल रूप ले पाया। अब 28 दिसंबर को शहीद स्मारक से प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय तक पैदल मार्च निकालेगी देखना लाजमी होगा कि 28 मार्च को निकाले जाने वाले कांग्रेस के पैदल मार्च में रविवार को निकाले गए शांति मार्च की तुलना में कितनी भीड़ और कार्यकर्ता जुड़ पाते हैं।

बाईट- अशोक गहलोत, मुख्यमंत्री
बाईट- सचिन पायलट, पीसीसी चीफ

(Edited vo pkg)

(Note- इस खबर के विजुअल बाईट मेल पर अटैच करके भेज रहा हूं कृपया कर डेट्स पर से ही इसका वाइज व करवा कर पैकेज बनवाएं)




Body:बाईट- अशोक गहलोत, मुख्यमंत्री
बाईट- सचिन पायलट, पीसीसी चीफ

(Edited vo pkg)

(Note- इस खबर के विजुअल बाईट मेल पर अटैच करके भेज रहा हूं कृपया कर डेट्स पर से ही इसका वाइज व करवा कर पैकेज बनवाएं)




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