जयपुर. राजस्थान के दोनों भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) विधायक राजकुमार रोत और रामप्रसाद डिंडोर ने सरकार को हर बार समर्थन दिया है. चाहे राजनीतिक उठापटक का समय हो या फिर राज्यसभा चुनाव. हालांकि, सोमवार को राजस्थान कांग्रेस मुख्यालय में दोनों विधायक नाराजगी जताते हुए धरना देने पहुंचे. बाद में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी की समझाइश के बाद दोनों विधायक मान गए और बातचीत कर वापस लौट गए.
दोनों विधायकों ने कांग्रेस से नाराजगी जताते हुए कहा कि चाहे कांग्रेस हो या भाजपा, दोनों ही पार्टियों से आदिवासी युवा खुश नहीं हैं. यही कारण है कि आदिवासी इलाके में युवाओं ने छात्रसंघ चुनाव में दोनों पार्टियों को नकार दिया. विधायक राजकुमार रोत ने कहा कि उन्होंने अपने क्षेत्र में विकास कार्यों को लेकर कांग्रेस पार्टी को समर्थन दिया है. जो वादे उनसे राज्यसभा चुनाव में किए गए थे, वे वादे अब तक पूरे नहीं हुए (BTP MLAs allegations on Congress) हैं.
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यही कारण है कि आज जब राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी जयपुर आए, तो उन्होंने अपनी नाराजगी जताने के लिए प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय का रुख कर लिया. हालांकि, प्रमोद तिवारी ने दोनों विधायकों को आश्वासन दिया कि वह उनके क्षेत्र में विकास के वादों को पूरा करवाएंगे. इसके बाद मीडिया से बातचीत में भी राजकुमार रोत यह कहते नजर आए कि उन्होंने कांग्रेस पार्टी को समर्थन अपने क्षेत्र के विकास कार्यों के लिए दिया है और अगर उनके काम नहीं होते हैं तो वे प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर धरना देने से भी नहीं चूकेंगे.