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राजस्थान उपचुनाव 2021 में पहली बार बूथ ऐप का इस्तेमाल, मिनट टू मिनट की मिलेगी अपडेट - Rajasthan News

राजस्थान की तीन विधानसभा सीटों में होने वाले उपचुनाव में ना तो फर्जी मतदान होगा और ना ही मतदान प्रतिशत आने में देरी होगी. भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश के बाद फर्जी मतदाताओं की पहचान करने और चुनाव प्रक्रिया का ब्योरा तत्काल सामने लाने के लिए निर्वाचन विभाग बूथ मोबाइल ऐप का पहली बार इस्तेमाल करेगा. इसको लेकर निर्वाचन विभाग के अधिकारियों ने पूरी तैयारी कर ली है.

बूथ ऐप, Rajasthan by-election 2021
बूथ ऐप
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Published : Apr 1, 2021, 5:22 PM IST

जयपुर. राजस्थान की तीन विधानसभा सीटों में होने वाले उपचुनाव में ना तो फर्जी मतदान होगा और ना ही मतदान प्रतिशत आने में देरी होगी. भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश के बाद फर्जी मतदाताओं की पहचान करने और चुनाव प्रक्रिया का ब्योरा तत्काल सामने लाने के लिए निर्वाचन विभाग बूथ मोबाइल ऐप का पहली बार इस्तेमाल करेगा. इसको लेकर निर्वाचन विभाग के अधिकारियों ने पूरी तैयारी कर ली है.

राजस्थान उपचुनाव 2021 में पहली बार बूथ ऐप का इस्तेमाल

राज्य निर्वाचन विभाग के संयुक्त निर्वाचन अधिकारी आईटी, एमएन तिवाड़ी ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग से मिले निर्देशों के बाद बूथ ऐप के इस्तेमाल को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. हमें उम्मीद है कि इससे पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव कराने में मदद मिलेगी. उन्होंने आगे कहा कि ऐप निर्वाचन आयोग के सर्वर से जुड़ा है और कूट (इनक्रिप्टेड) तरीके से आंकड़े देने में सक्षम है.

बूथ ऐप, Rajasthan by-election 2021
बूथ ऐप

अधिकारी ने बताया कि यह लिंग और आयु आधारित मतदान की जानकारी देता है. यह मतदान की गति और चुनाव संबंधी अन्य जानकारी भी देता है. उन्होंने कहा कि इस बार मतदाता पर्ची पर फोटो और क्यूआर कोड नहीं होगा. इसकी जगह मतदाता के सीरियल नंबर उस एप में डाले जायेंगे, जैसे ही मतदाता के सीरियल नंबर उसमें अपलोड होगा तो मतदाता का डाटा निर्वाचन आयोग के सर्वर पर चला जाएगा, जिससे पीठासीन अधिकारी वास्तविक समय में मतदान प्रतिशत की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे.

यह भी पढ़ेंः उपचुनाव का रण : कांग्रेस की मजबूत किलेबंदी, स्टार प्रचारकों के बाद हर सीट पर उतारेगी 100-100 प्रचारक

उन्होंने बताया कि इससे चुनाव प्रक्रिया को न केवल गति मिलेगी, बल्कि सही जानकारी दर्ज हो यह सुनिश्चित होगा कि बूथ ऐप मतदान के दोहराव का पता लगाने में सक्षम है और ऐसा होने पर वह चुनाव अधिकारियों के फोन में तेज आवाज करके उन्हें आगाह कर देगा. बताया गया कि इस ऐप का इस्तेमाल प्रायोगिक तौर पर साल 2019 के चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश के पांच, महाराष्ट्र, बिहार और पंजाब के तीन बूथों और झारखंड की 10 सीटों पर किया गया था.

मतदाता पर्ची में ना फोटो होगा और ना ही क्यूआर कोड

इस बार मतदाता पर्ची पर मतदाता का फोटो और क्यूआर कोड नहीं होगा. इस बार सीरियल नंबर के साथ ही अपडेशन होगा. दरअसल मतदाता पर्ची पर फोटो होने से अकसर मतदाता उसे ही मतदाता पहचान पत्र समझ कर मतदान के वक्त जरुरी दस्तावेज नहीं लेकर जाते थे, जिसको लेकर मतदान केंद्र पर बैठे कमर्चारी को खासा दिक्क्त का सामना करना पड़ता था, इसी को देखते हुए निर्वाचन आयोग ने इस बार पर्ची से फोटो और क्यूआर कोड को हटा दिया है.

यह भी पढ़ेंः राजस्थान बीजेपी में एक और पोस्टर विवाद ने सुलगाई राजनीति...वसुंधरा की एंट्री, ये नेता बाहर

तीन विधानसभा पर होंगे उपचुनाव

प्रदेश की तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं. जिसमें साहड़ा, राजसमंद और सुजानगढ़ में कुल 1145 पोलिंग बूथ बनाये गए हैं. कोरोना संक्रमण के चलते एक पोलिंग बूथ पर एक हजार से ज्यादा मतदाता नहीं होंगे. सुजानगढ़ में पहले 261 पोलिंग बूथ थे इस बार 151 कोरोना संक्रमण की वजह से बढ़ाये गए हैं. यानि कुल 418 पोलिंग बूथ पर बनाये गए हैं. इसी तरह राजसमंद में पहले 340 पोलिंग बूथ थे, इस बार 96 नए जोड़े गए हैं. यानि कुल 340 पोलिंग बूथ पर बनाये गए हैं. इसी तरह साहड़ा में पहले 280 पोलिंग बूथ थे, इस बार 107 नए जोड़े गए हैं, यानि कुल 387 पोलिंग बूथ पर बनाये गए हैं.

जयपुर. राजस्थान की तीन विधानसभा सीटों में होने वाले उपचुनाव में ना तो फर्जी मतदान होगा और ना ही मतदान प्रतिशत आने में देरी होगी. भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश के बाद फर्जी मतदाताओं की पहचान करने और चुनाव प्रक्रिया का ब्योरा तत्काल सामने लाने के लिए निर्वाचन विभाग बूथ मोबाइल ऐप का पहली बार इस्तेमाल करेगा. इसको लेकर निर्वाचन विभाग के अधिकारियों ने पूरी तैयारी कर ली है.

राजस्थान उपचुनाव 2021 में पहली बार बूथ ऐप का इस्तेमाल

राज्य निर्वाचन विभाग के संयुक्त निर्वाचन अधिकारी आईटी, एमएन तिवाड़ी ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग से मिले निर्देशों के बाद बूथ ऐप के इस्तेमाल को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. हमें उम्मीद है कि इससे पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव कराने में मदद मिलेगी. उन्होंने आगे कहा कि ऐप निर्वाचन आयोग के सर्वर से जुड़ा है और कूट (इनक्रिप्टेड) तरीके से आंकड़े देने में सक्षम है.

बूथ ऐप, Rajasthan by-election 2021
बूथ ऐप

अधिकारी ने बताया कि यह लिंग और आयु आधारित मतदान की जानकारी देता है. यह मतदान की गति और चुनाव संबंधी अन्य जानकारी भी देता है. उन्होंने कहा कि इस बार मतदाता पर्ची पर फोटो और क्यूआर कोड नहीं होगा. इसकी जगह मतदाता के सीरियल नंबर उस एप में डाले जायेंगे, जैसे ही मतदाता के सीरियल नंबर उसमें अपलोड होगा तो मतदाता का डाटा निर्वाचन आयोग के सर्वर पर चला जाएगा, जिससे पीठासीन अधिकारी वास्तविक समय में मतदान प्रतिशत की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे.

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उन्होंने बताया कि इससे चुनाव प्रक्रिया को न केवल गति मिलेगी, बल्कि सही जानकारी दर्ज हो यह सुनिश्चित होगा कि बूथ ऐप मतदान के दोहराव का पता लगाने में सक्षम है और ऐसा होने पर वह चुनाव अधिकारियों के फोन में तेज आवाज करके उन्हें आगाह कर देगा. बताया गया कि इस ऐप का इस्तेमाल प्रायोगिक तौर पर साल 2019 के चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश के पांच, महाराष्ट्र, बिहार और पंजाब के तीन बूथों और झारखंड की 10 सीटों पर किया गया था.

मतदाता पर्ची में ना फोटो होगा और ना ही क्यूआर कोड

इस बार मतदाता पर्ची पर मतदाता का फोटो और क्यूआर कोड नहीं होगा. इस बार सीरियल नंबर के साथ ही अपडेशन होगा. दरअसल मतदाता पर्ची पर फोटो होने से अकसर मतदाता उसे ही मतदाता पहचान पत्र समझ कर मतदान के वक्त जरुरी दस्तावेज नहीं लेकर जाते थे, जिसको लेकर मतदान केंद्र पर बैठे कमर्चारी को खासा दिक्क्त का सामना करना पड़ता था, इसी को देखते हुए निर्वाचन आयोग ने इस बार पर्ची से फोटो और क्यूआर कोड को हटा दिया है.

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तीन विधानसभा पर होंगे उपचुनाव

प्रदेश की तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं. जिसमें साहड़ा, राजसमंद और सुजानगढ़ में कुल 1145 पोलिंग बूथ बनाये गए हैं. कोरोना संक्रमण के चलते एक पोलिंग बूथ पर एक हजार से ज्यादा मतदाता नहीं होंगे. सुजानगढ़ में पहले 261 पोलिंग बूथ थे इस बार 151 कोरोना संक्रमण की वजह से बढ़ाये गए हैं. यानि कुल 418 पोलिंग बूथ पर बनाये गए हैं. इसी तरह राजसमंद में पहले 340 पोलिंग बूथ थे, इस बार 96 नए जोड़े गए हैं. यानि कुल 340 पोलिंग बूथ पर बनाये गए हैं. इसी तरह साहड़ा में पहले 280 पोलिंग बूथ थे, इस बार 107 नए जोड़े गए हैं, यानि कुल 387 पोलिंग बूथ पर बनाये गए हैं.

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