जयपुर. राजधानी में कोरोना वायरस से बचाव के लिए नगर निगम की ओर से फायर ब्रिगेड की गाड़ियों से सोडियम हाइपोक्लोराइट का छिड़काव किया जा रहा है. करीब 2 महीने से इस केमिकल के इस्तेमाल से अब इन गाड़ियों में जंग लगती जा रही है. यही वजह है कि निगम दूसरा विकल्प खोजते हुए गुरुग्राम से बूस्टर स्प्रे मशीन मंगवा रहा है.
शहर में आग बुझाने का काम करने वाली फायर ब्रिगेड की गाड़ियां इन दिनों कोरोना के दावानल को बुझाने में जुटी हुई हैं. फायर ब्रिगेड की 35 गाड़ियों से शहर में सोडियम हाइपोक्लोराइट का छिड़काव किया जा रहा है. ये गाड़ियां शहर के सभी प्रमुख द्वारों पर देखी जा सकती हैं. वहीं शहर के हॉटस्पॉट रामगंज, एसएमएस अस्पताल, सचिवालय, मिनी सचिवालय, हाईकोर्ट में भी नियमित रूप से छिड़काव कर रही हैं. ऐसे में अब ये गाड़ियां दम तोड़ने लगी हैं.
इस संबंध में सीएफओ जगदीश फुलवारी ने बताया कि केमिकल के नियमित इस्तेमाल से फायर ब्रिगेड के गन ब्रांच और पंप पर इफेक्ट पड़ रहा है. जिसे नियमित ठीक कराना पड़ता है. यही वजह है कि अब निगम सैनिटाइजेशन के लिए स्थाई तरीका खोजने में जुटा है. इसके लिए निगम गुरुग्राम से बूस्टर स्प्रे मशीन मंगवा रहा है. ये मशीन एक छोटे वाहन पर लगी होगी. जिससे चौड़े रास्तों के साथ-साथ तंग गलियों में भी सैनिटाइजेशन किया जा सकेगा.
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बताया जा रहा है कि यदि ये प्रयोग सफल रहा तो निगम सभी 11 जोन के लिए बूस्टर स्प्रे मशीन खरीदेगा. इसकी लागत 10 से 11 लाख रुपए बताई जा रही है. फायर ब्रिगेड का मूल काम आग बुझाने का है और यदि फायर ब्रिगेड खराब हो गई, तो आपात स्थिति में आग पर काबू पाना मुश्किल हो सकता है. इसे देखते हुए बूस्टर स्प्रे मशीन खरीदने का फैसला लिया गया है.