जयपुर. कोरोना संक्रमण के मामले कम होने के बाद भी ब्लैक फंगस (म्यूकोरमाइकोसिस) मरीजों के साथ ही डॉक्टर्स के लिए भी बड़ी चुनौती बना हुआ है. एक बार सर्जरी होने के बाद मरीजों में फिर से ब्लैक फंगस फैल रहा है. एसएमएस मेडिकल कॉलेज के म्यूकोरमाइकोसिस बोर्ड की स्टडी में यह चौंकाने वाला खुलास हुआ है.
दरअसल SMS मेडिकल कॉलेज के म्यूकोरमाइकोसिस बोर्ड की स्टडी में सामने आया है कि एसएमएस अस्पताल में अब तक 27 केस ऐसे पहुंचे हैं. जिनमें एक बार सर्जरी के बाद ब्लैक फंगस फिर से फैला है. डॉक्टर्स का कहना है कि समुचित दवा नहीं लग पाना इसका एक बड़ा कारण हो सकता है.
जानकारी के अनुसार एसएमएस अस्पताल में अब तक ब्लैक फंगस के 450 मरीज आ चुके हैं. जिनमें से 410 की सर्जरी हो चुकी है. इनमें करीब 25 मरीज ऐसे हैं, जिनके दिमाग तक ब्लैक फंगस पहुंच गया था. इसके चलते उनकी मौत हो गई. इन सबके बीच चिंता की बात यह है कि ब्लैक फंगस की मुख्य दवा एम्फोटेरिसिन की उपलब्धता अभी भी पर्याप्त मात्रा में सुनिश्चित नहीं हो पाई है. इस दवा की अभी भी कमी बनी हुई है.
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ब्लैक फंगस का कहर
- राजस्थान में अब तक ब्लैक फंगस के मामले- 450
- अबतक हो चुकी सर्जरी- 410 मरीजों की
- 25 मरीजों के दिमाग तक पहुंच गया था ब्लैक फंगस
राजस्थान में 100 से अधिक मौतें
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक राज्य में अब तक 3239 मरीज ब्लैक फंगस के सामने आए हैं. इनमें से 133 मरीजों की अब तक मौत हो चुकी है. अकेले जयपुर में 25 से अधिक की मौत दर्ज हुई है. बीते दिनों की स्टडी में राज्य में म्यूकोर्मिकोसिस की मृत्यु दर 4.8 प्रतिशत दर्ज की गई है. प्रदेश के 40 अस्पतालों को इलाज के लिए मंजूरी दी गई है.