जयपुर. भाजपा ने राज्य में बढ़ती महंगाई और अपराध पर गहलोत सरकार के खिलाफ प्रदेश भर में हल्ला बोल आंदोलन का आगाज कर दिया है. इसके तहत प्रदेश के अलग-अलग उपखंड पर भाजपा से जुड़े नेता और कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया. जयपुर में अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र में भाजपा नेताओं ने पैदल मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन किया. भाजपा बढ़ते बिजली के बिल और अपराधों सहित विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेर रही है. जबकि कांग्रेसी पेट्रोल-डीजल में हो रही बढ़ोतरी पर मोदी सरकार पर निशाना साध रहे हैं.
जयपुर में सिविल लाइंस इलाके में पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं ने पैदल मार्च निकाला. राम नगर मेट्रो स्टेशन से शुरू हुआ पैदल मार्च हटवाड़ा रोड पहुंच कर समाप्त हुआ. इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदेश की गहलोत सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
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भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि गहलोत सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है. राज्य में बिजली बिलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. प्रदेश में कानून व्यवस्था चौपट हो गई. चतुर्वेदी ने कहा जिन वादों के साथ कांग्रेस सत्ता में आई वह अधूरे हैं. फिर किसानों की कर्जमाफी नहीं हुई. बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता नहीं मिला.
मालवीय नगर इलाके में विधायक कालीचरण सराफ के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया गया. जयपुर शहर भाजपा अध्यक्ष राघव शर्मा के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट कार्यालय में ज्ञापन देने का कार्यक्रम तय किया गया. वही पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया जोधपुर ओसियां में हल्ला बोल कार्यक्रम में शरीक हुए.
कांग्रेस का मोदी सरकार और भाजपा का गहलोत सरकार के खिलाफ प्रदर्शन
बढ़ती महंगाई एक बड़ा मुद्दा है, लेकिन तमाम राजनीतिक आंदोलन के बावजूद जनता को बढ़ती महंगाई से राहत नहीं मिल पा रही है. बीजेपी प्रदेश की गहलोत सरकार पर बिजली की दरों में इजाफा और विभिन्न शुल्क बढ़ाने का आरोप तो लगाती है, लेकिन कांग्रेस के नेता पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों के लिए केंद्र की मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हैं. हालांकि, भाजपा नेताओं का कहना है कि गहलोत सरकार चाहे तो पेट्रोल डीजल पर लगाया जा रहे वेट की दरों में कमी करके आम जनता को राहत दे सकती है. कांग्रेस के नेता केवल इस विषय पर राजनीति कर रहे हैं. लेकिन राहत देने के नाम पर कुछ नहीं कर रहे.
दिसंबर तक चलेगा धरना-प्रदर्शन
भाजपा बिजली के बिलों में लगातार हो रही बढ़ोतरी के साथ ही बढ़ते महिला व अन्य अपराध के खिलाफ सरकार को घेर रही है. किसानों के संपूर्ण कर्ज माफी बेरोजगारों को भत्ता देने का अधूरा वादा भी इस आंदोलन का प्रमुख मुद्दा है. साथ ही रीट परीक्षा में सामने आई अनियमितता और उस मामले में शिक्षा मंत्री को बर्खास्त कर फिर से परीक्षा करवाने की भी भाजपा की मांग है.
नवंबर में भाजपा इसी आंदोलन के तहत जिला स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेगी. वहीं 15 दिसंबर को भाजपा जयपुर में राज्य स्तरीय विरोध प्रदर्शन और सभा का आयोजन करेगी. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का दावा है उस सभा में करीब 2 लाख कार्यकर्ता जुटेंगे.
चित्तौड़गढ़ में भाजपा कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन
चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय पर भाजपा नगर मंडल ने विधायक चंद्रभान सिंह आक्या के नेतृत्व में प्रदर्शन किया है. अतिरिक्त जिला कलक्टर को ज्ञापन भी सौंपा. ज्ञापन में बताया गया कि प्रदेश में लगातार अराजकता की स्थिति बन रही है. कानून व्यवस्था को लेकर स्थितियां बदहाल है. बिजली बिलों को लेकर आमजन परेशान हैं. इसके बावजूद राज्य सरकार सोई हुई है.
गहलोत सरकार पर जमकर बरसे राघव शर्मा और सांसद रामचरण बोहरा
भारतीय जनता पार्टी जयपुर शहर की ओर से भी गुरुवार को बिजली बिलों में बढ़ोतरी, बिगड़ती कानून-व्यवस्था, दलित महिला अत्याचारों, बेरोजगारी भत्ता, प्रतियोगी परीक्षाओं में अनियमितता, भाई-भतीजावाद, किसानों की ऋण माफी में वादाखिलाफी सहित अन्य समस्याओं को लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ हल्ला बोला गया. जयपुर शहर अध्यक्ष राघव शर्मा ने बताया कि पूरे प्रदेश में सरकार के खिलाफ इन सब समस्याओं को लेकर विरोध जताया और हल्ला बोला गया.
उन्होंने कहा कि जन घोषणापत्र में वादा किया गया था कि बिजली की दरें नहीं बढ़ाई जाएंगी, जबकि बिजली की दरें बढ़ा दी गईं और बिजली भी कट कर मिल रही है. किसानों का संपूर्ण कर्जा माफ करने का वादा भी सरकार ने किया था, लेकिन वह भी पूरा नहीं किया गया. सरकारी भर्तियों में भी अनियमितता की गई और भाई-भतीजावाद को बढ़ावा दिया गया. प्रदेश में लगातार कानून-व्यवस्था बिगड़ती जा रही है.
वहीं, जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा ने कहा कि प्रदेश सरकार की नींद खुले, इसलिए यह ज्ञापन दिया गया है ताकि वह कुर्सी बचाने तक सीमित न रहे और जनता की आवाज को पहचाने. आज सरेआम बलात्कार हो रहा है, सरेआम ही मुख्य सचेतक के करीबी व्यक्ति का मर्डर होना यह दर्शाता है कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था कैसी है ? बोहरा ने कहा कि हर दृष्टि से सरकार पूरी तरह से विफल रही है.