जयपुर. जयपुर के आमागढ़ पहाड़ी से कांग्रेस विधायक रामकेश मीणा की मौजूदगी में भगवा ध्वज हटाए जाने के मामले ने सियासी तूल पकड़ लिया है. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और बीजेपी एसटी मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र मीणा ने इस घटना की निंदा की है, साथ ही रामकेश मीणा और कांग्रेसियों को हिंदू विरोधी करार दिया है. मामले में नाराज भाजपा कार्यकर्ता और पार्षद धरने पर बैठ गए.
बुधवार को हुई इस घटना के मामले में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि पूर्व में भी बने शिव मंदिर की मूर्तियां तोड़ दी गई थी, जिसे बाद में कुछ हिंदूवादी संगठनों ने लगवाया और यहां भगवा ध्वज भी लगवाया, लेकिन जिस तरीके से कांग्रेस विधायक रामकेश मीणा जो जयपुर से भी नहीं आते उन्होंने समर्थकों के साथ वहां पहुंचकर झंडा हटवाया वह निंदनीय है.
कटारिया ने कहा कि अगर कोई कार्रवाई करनी ही थी तो विधायक को पुलिस प्रशासन के जरिए की जाना चाहिए थी. लेकिन, मीणा जिस तरह वहां पहुंचे और ये कार्रवाई को अंजाम दिया वह सीधे तौर पर सांप्रदायिक उन्माद फैलाने जैसा है.
भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा अध्यक्ष जितेंद्र मीणा ने कहा कि इस जगह से भगवा ध्वज हटाने वाले यह वही लोग हैं, जो खुद को हिंदू नहीं मानते. मीणा ने कहा कि रामकेश मीणा हो या गणेश घोघरा और अन्य कांग्रेसी नेता यह घोर हिंदू विरोधी हैं. जितेंद्र मीणा ने कहा कि इस घटना के लिए रामकेश मीणा को माफी मांगनी चाहिए.
यह भी पढ़ेंः ऐसा लगता है डोटासरा ने राजनीतिक पद का दुरुपयोग कर रिश्तेदारों को दिलवाए इतने नंबर, जांच होनी चाहिए : कालूलाल गुर्जर
बता दें, जयपुर से ट्रांसपोर्ट नगर स्थित अमरगढ़ की पहाड़ी पर मीणा समाज के नाडेला गोत्र का किला है और धार्मिक स्थल है, जहां पर लोग पूजा अर्चना करते हैं. कुछ दिन पहले यहां शिव मंदिर में रखी मूर्तियां क्षतिग्रस्त की गई थीं, उसके बाद कुछ हिंदू संगठनों ने उन्हें ठीक करवाकर यहां भगवा ध्वज लगवा दिया था.
वहीं, बुधवार को विधायक रामकेश मीणा अन्य लोग यहां पहुंचे और दूसरे पक्ष के लोगों से बातचीत के बाद ध्वज हटा दिया. हालांकि, भाजपा का आरोप है कि इससे लोगों की धार्मिक भावना आहत हुई है.
धरने पर बैठे बीजेपी कार्यकर्ता और पार्षद
जयपुर के आमागढ़ पहाड़ी पर भगवा ध्वज हटाने के मामले में भाजपा पार्षद और कार्यकर्ता FIR दर्ज कराने ट्रांसपोर्ट नगर थाना पहुंचे. इस दौरान विधायक रामकेश मीणा समेत अन्य लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कराने की मांग गई. वहीं, नाराज भाजपा कार्यकर्ता और पार्षद धरने पर बैठ गए.