जयपुर. प्रदेश में सरकार की जनविरोधी नीतियों और बढ़ते दुष्कर्म के मामलों को लेकर शहर भाजपा ने बुधवार को गहलोत सरकार पर हल्ला बोला. एक ओर जहां विधानसभा में फोन टैपिंग के मामले में भाजपा सरकार को घेर रही है. वहीं बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर सड़क पर हल्ला बोलते हुए विरोध जताया.
भाजपा के हल्ला बोल कार्यक्रम में जहां भाजपा कार्यकर्ताओं ने जयपुर जिला कलेक्ट्रेट के मुख्य द्वार पर पुलिस से धक्का-मुक्की की. वहीं कार्यक्रम को लेकर भी भाजपा की गुटबाजी देखने को मिली. प्रदेश में लगातार बढ़ रहे दुष्कर्म के मामलों और सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ भाजपा कार्यकर्ता बनीपार्क स्थित अग्निशमन दफ्तर के बाहर जमा हुए. इनमें महिला मोर्चा की कार्यकर्ता भी शामिल थी. यहां से पैदल मार्च करते हुए भाजपा कार्यकर्ता सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जयपुर जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे. पैदल मार्च के साथ भारी संख्या में पुलिस जाब्ता भी तैनात रहा.
भाजपा कार्यकर्ता जयपुर जिला कलेक्ट्रेट के गेट नंबर दो पर पहुंचे और यहां जबरन अंदर घुसने की कोशिश भी की. यहां भाजपा कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. पुलिस ने गेट के बाहर बैरिकेड्स लगा रखे थे. भाजपा कार्यकर्ता इन बैरिकेड्स पर चढ़ गए और सरकार के खिलाफ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन में नारे लगाए. कार्यकर्ताओं ने जय श्रीराम के नारे भी लगाए.
यहां भाजपा कार्यकर्ताओं की पुलिस से धक्का-मुक्की भी देखने को मिली है. भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन के दौरान एक बैरिकेड्स को भी गिरा दिया. कुछ कार्यकर्ता तो भाजपा का झंडा लेकर मुख्य द्वार के ऊपर तक पहुंच गए. कुछ देर प्रदर्शन करने के बाद पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी ने कार्यकर्ताओं से समझाइश की. चतुर्वेदी खुद भी बैरिकेट्स पर चढ़े हुए थे और उनकी समझाइश के बाद कार्यकर्ता जिला कलेक्टर को राज्यपाल के ज्ञापन देने के लिए रवाना हुए. कुछ लोगों को ही जिला कलेक्टर के केबिन में जाने की इजाजत दी गई और भाजपा नेताओं ने राज्यपाल के नाम जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा को ज्ञापन दिया. भाजपा नेताओं ने सरकार की जनविरोधी नीतियों और बढ़ रहे दुष्कर्म के मामलों को लेकर आक्रोश जताया.
राजे गुट के नेता हल्ला बोल में हुए शामिल
भाजपा के हल्ला बोल कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया को भी आना था लेकिन विधानसभा में व्यस्त होने के कारण वे इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए. हल्ला बोल कार्यक्रम में यह चर्चा रही कि सतीश पूनिया के नहीं आने के कारण राजे गुट के करीबी नेता भी इसमें शामिल हुए.
राजपाल सिंह शेखावत और अरुण चतुर्वेदी को छोड़कर सभी जनप्रतिनिधि केवल ज्ञापन देने के समय ही अपनी मौजूदगी दर्ज करवाने पहुंचे. भाजपा के हल्ला बोल कार्यक्रम में पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी भाजपा नेत्री अलका गुर्जर, पूर्व कैबिनेट मंत्री राजपाल सिंह शेखावत, मोहनलाल गुप्ता, विधायक अशोक लाहोटी ग्रेटर मेयर सौम्या गुर्जर, डिप्टी मेयर पुनीत कर्णवात आदि नेता मौजूद रहे.
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सरकार के राज में थाने और चौकी हो रहे हैं नीलाम
मीडिया से बात करते हुए पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि गली गली और चौपाल चौपाल प्रदेश की गहलोत सरकार के खिलाफ आक्रोश है और यह तो शुरुआत है. इस सरकार ने किसान और युवाओं के साथ धोखा किया है और महिलाओं को दुष्कर्मियों के हाथों में छोड़ दिया है. थाने और चौकी सब नीलाम हो रहे हैं शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों का विकास नहीं हो रहा. पंचायतों का भी पैसा सरकार ने रोका हुआ है. यह निकम्मी सरकार जितनी जल्दी चली जाए उसी को लेकर यह हल्ला बोल कार्यक्रम आयोजित किया गया था.
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी ने कहा कि पिछले सवा 2 साल में कांग्रेस सरकार कहीं भी नजर नहीं आई और ये सच है कांग्रेस सरकार में चौकी और थानों की बोली लगती है, उनको बेचा जाता है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने थानों को कमजोर कर दिया है इसीलिए बच्चों महिलाओं के साथ दुष्कर्म हो रहे हैं. यहां तक कि थाने में दुष्कर्म हो रहा है और उन्हें लूटा जा रहा है. जनप्रतिनिधियों के नाम पर थानों को बेचने का काम यह गहलोत सरकार कर रही है जिन किसानों, बेरोजगार युवाओं महिलाओं और आम जनता से वादा कर कांग्रेस सत्ता में आई थी उन्हीं के साथ सरकार ने वादाखिलाफी की है.