जयपुर. पंचायत राज के चुनाव (Panchayati Raj Elections) सबसे छोटे स्तर के चुनाव माने जाते हैं. लेकिन इन्हीं चुनाव में भाजपा के लिए अपने प्रत्याशी तय करना बड़ा मुश्किल भरा काम साबित हो रहा है.
आलम यह है कि 16 अगस्त को नामांकन (nomination) दाखिल करने का अंतिम दिन है. लेकिन भाजपा 15 अगस्त की दोपहर तक प्रत्याशियों के नामों पर मंथन में ही जुटी रही. अब सोमवार 16 अगस्त को पार्टी तय किए गए प्रत्याशियों को सीधे सिंबल ही देगी, ताकि वे नामांकन दाखिल कर सकें.
दरअसल 6 जिलों में जिला परिषद (Zilla Parishad) और 71 पंचायत समितियों (Panchayat Samitis) के चुनाव होने हैं. पहले चरण में नामांकन का दौर शुरू हो चुका है. जो 16 अगस्त को समाप्त हो जाएगा. भाजपा प्रदेश नेतृत्व पिछले 3 दिन से इन गांव में अपने जिताऊ प्रत्याशियों की तलाश में जुटा है. इसके लिए पार्टी अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया (Satish Poonia) की मौजूदगी में बैठकों का दौर भी चला और उसमें संबंधित क्षेत्र के प्रत्याशियों के पैनल में शामिल नामों पर चर्चा भी हुई.
लेकिन किस सीट पर भाजपा का कौन प्रत्याशी होगा. इसके पत्ते 15 अगस्त दोपहर तक फिलहाल नहीं खोले गए. हालांकि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया कहते हैं कि मंथन का दौर पूरा कर लगभग सभी नामों पर सहमति बन गई है. कुछ एक और चर्चा कर 15 अगस्त की रात तक प्रत्याशियों के नाम फाइनल कर लिए जाएंगे.
दावेदार ज्यादा, नाराजगी से बचने की रणनीति
राजस्थान में भाजपा भले ही विपक्ष में हो लेकिन पंचायत राज चुनाव में हर सीट और वार्ड के लिए यहां टिकट मांगने वालों की लंबी फेहरिस्त है. इसमें यदि भाजपा नामांकन दाखिल करने के अंतिम दिन से एक-दो दिन पहले नामों की घोषणा कर दे. तो संभवत टिकट ने मिल पाने के चलते कुछ बागी चुनाव मैदान में खड़े हो सकते हैं.
यही कारण है कि भाजपा रणनीति के तहत अपने प्रत्याशियों के नाम अंतिम समय पर घोषित कर सीधे प्रत्याशियों को सिंबल देकर चुनाव मैदान में नामांकन दाखिल करेगी.