जयपुर. प्रदेश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच इसके उपचार और प्रबंधन को लेकर सियासत गरमा रही है. खासतौर पर भाजपा इस मामले में प्रदेश की गहलोत सरकार पर निशाना साध रही है. भाजपा विधायक कालीचरण सराफ और रामलाल शर्मा का आरोप है कि प्रदेश सरकार कोरोना उपचार और प्रबंधन के नाम पर केवल आंकड़ों का खेल खेलकर प्रदेश की जनता को गुमराह कर रही है.
पूर्व चिकित्सा मंत्री और मालवीय नगर से विधायक कालीचरण सराफ ने कोविड-19 प्रबंधन और उपचार को लेकर हाल ही में आए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान को हास्यास्पद करार दिया. उन्होंने कहा कि केवल जनता को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि आज भी RUHS अस्पताल में ना तो वेंटिलेटर उपलब्ध है और ना ही आईसीयू बेड.
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कालीचरण सराफ ने कहा कि प्रदेश में प्राइवेट अस्पतालों के भी यही हालात हैं. प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल SMS में ऑक्सीजन की उपलब्धता नहीं है. मीडिया में तमाम खबरें छपने के बावजूद मुख्यमंत्री कहते हैं कि सब कुछ ठीक है और सारे संसाधन मौजूद हैं. सराफ ने कोविड-19 के उपचार और प्रबंधन के मामले में राजनीति से ऊपर उठकर धरातल पर काम करने की सलाह सरकार को दी.
रामलाल शर्मा ने प्रदेश सरकार पर साधा निशाना
वहीं, इस मामले में प्रदेश प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने भी प्रेस वार्ता कर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा. शर्मा ने कहा कि यदि यही हालात रहे तो दिन दूर नहीं जब अमेरिका और इटली जैसे वीडियो सोशल मीडिया पर जयपुर के लिए और राजस्थान के लिए भी वायरल होंगे. वीडियो में लोग सड़कों पर कोरोना का उपचार नहीं होने पर मरते हुए दिखाई देंगे.
शर्मा ने कहा कि जैसलमेर में सरकारी अस्पताल में संदिग्ध अवस्था में हुई कोविड-19 मरीज की मौत के मामले में भी बीजेपी ने 3 सदस्य कमेटी बनाई है, जो 11 सितंबर को वहां पहुंचकर अस्पताल प्रशासन और पीड़ित के परिजनों से मुलाकात कर मामले की जांच करेगी. इस कमेटी में भाजपा नेता अविनाश जोशी, विधायक पब्बाराम विश्नोई और जोगेश्वर गर्ग को शामिल किया गया है.