जयपुर. बूंदी जिले के हिंडोली और नैनवा क्षेत्र में मंगलवार को जनसुनवाई के दौरान खेल मंत्री अशोक चांदना ने एक जिला कलेक्टर को फोन पर जमकर पटकार लगाई. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. सार्वजनिक रूप से कलेक्टर को फोन पर धमकाने के मामले में अब भाजपा नेता भी मंत्री के साथ दिख रहे हैं.
प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष हेमराज मीणा का कहना है कि जब जनता के काम नहीं होंगे तो जनप्रतिनिधियों का फर्ज है कि वह अधिकारियों से उस काम को करवाएं. उन्होंने कहा कि यदि उसके लिए डांटना भी पड़ेगा तो कोई बुराई नहीं है. मीणा ने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम में यह साबित हो गया है कि प्रदेश में ब्यूरोक्रेट्स बेलगाम हो गए हैं और इसकी पूरी जिम्मेदार सरकार है.
हेमराज मीणा ने कहा कि इस प्रकार की नौबत ही नहीं आना चाहिए कि एक मंत्री को भूमि नामांतरण जैसे काम के लिए कलेक्टर को फोन लगाना पड़े क्योंकि यह काम तो पटवारी और तहसीलदार के स्तर पर ही हो जाना चाहिए. यदि ऐसा नहीं हो रहा है तो इसका मतलब साफ है कि प्रदेश में अधिकारी और कर्मचारी बेलगाम हो चुके हैं.
गौरतलब है कि युवा और खेल राज्य मंत्री अशोक चांदना के आदेश के बाद भी ऑफलाइन नामांतरण नहीं खोलने के मुद्दे पर नैनवा में चांदना को शिकायत मिली. इसके बाद उन्होंने फोन पर ही ग्रामीणों के बीच कलेक्टर को धमकाया था और ये वीडियो सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हुआ. वीडियो में खेल मंत्री अशोक चांदना कलेक्टर को फोन पर ये कहते नजर आए कि यहां पर किसी की नेतागिरी नहीं चलेगी केवल एक ही आदमी की चलेगी और वह मैं हूं.