जयपुर. लोकसभा और राज्यसभा में पारित किए गए कृषि सुधारों से जुड़े विधेयक को लेकर चल रही सियासत के बीच अब प्रदेश भाजपा नेता एक्टिव मोड पर आ गए हैं. राजस्थान में बीजेपी इस विधेयक का विरोध कर रही कांग्रेस व अन्य दलों की ओर से कथित रूप से फैलाई जा रही भ्रांतियों को दूर कर कांग्रेस का चेहरा बेनकाब करेगी. ये कहना है प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया का.
पूनिया रविवार को वर्चुअल तरीके से हुई प्रेस वार्ता के जरिए पत्रकारों से रूबरू हुए. इस दौरान पूनिया ने कहा कि इन विधेयकों के पास होने से कांग्रेस का दोहरा चरित्र और किसान विरोधी चेहरा भी अब जनता के सामने आ गया है. उन्होंने कहा कि करीब एक दशक से कांग्रेस सत्ता से बाहर है और उसकी छटपटाहट साफ तौर पर दिखती भी है.
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सतीश पूनिया ने कहा कि वो कभी चाइना का पक्ष लेती है तो कभी देश विरोधी ताकतों का. उन्होंने कहा जिन विधेयकों को लोकसभा और राज्यसभा में पारित कर दिया गया है, साल 2019 के कांग्रेस के घोषणा पत्र में इसका उल्लेख भी है. उन्होंने कहा यही नहीं 2007 में कांग्रेस की सरकार ने राज्य सरकारों को संविदा खेती को लागू करने की मांग की थी, हरियाणा सरकार ने तो इसे लागू भी कर दिया था.
पूनिया ने आरोप लगाया कि किसान देश में निर्णायक वोट बैंक है और अगले साल बिहार और पंजाब के चुनाव की आशंका के मद्देनजर कांग्रेस पर वोट हासिल करना चाहती है, लेकिन प्रदेश भाजपा कार्यकर्ता और नेता इसमें कांग्रेस को कामयाब नहीं होने देंगे.
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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने यह आरोप भी लगाया कि लंबे अरसे से किसानों की मांग थी कि उन्हें फसल की अच्छी कीमत मिले. किसान अपना प्रोडक्ट को अपनी कीमत पर बेच सके, बिचौलियों का सर्वाधिकार खत्म हो. उनके अनुसार इन बिलों के माध्यम से मोदी सरकार ने किसानों को उनकी फसल को देश में कहीं पर भी बेचने की सुविधा दे दी है.
पूनिया ने कहा कि इससे खेत पर किसान अपनी फसल को बेच सकेगा, इससे बिचौलिया परंपरा खत्म होगी. लेकिन कांग्रेस भ्रांतियां फैलाकर अराजकता का माहौल पैदा कर रही है, जिसमें प्रदेश भाजपा कांग्रेस नेताओं कार्यकर्ताओं को कामयाब नहीं होने देगी.