जयपुर. प्रदेश में 2000 डॉक्टरों की भर्ती परीक्षा होने के बाद उसे रद्द करने के मामले में अब सियासत गरमा गई है. भाजपा ने इस मामले में प्रदेश सरकार पर जुबानी हमला बोलते हुए डॉक्टरों की भर्ती रद्द करने का कारण स्पष्ट करने को कहा है. भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया और पूर्व चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भर्ती रद्द करने के बारे में स्पष्टीकरण देने को कहा है.
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सतीश पूनिया ने एक बयान जारी कर कहा कि प्रदेश में सरकारी विभागों में लाखों पदों पर भर्तियां लंबित हैं, जिन्हें पूरा करना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता होना चाहिए. लेकिन राजस्थान में इसका उल्टा हो रहा है. भर्तियां पूरी करना तो दूर चिकित्सक भर्ती परीक्षा होने के बाद उसे रद्द करना राज्य सरकार के सिस्टम पर सवालिया निशान खड़ा करता है. पूनिया ने इसे युवाओं के सपनों पर कुठाराघात करार दिया.
कालीचरण सराफ ने कहा कि खामियों के चलते 2000 डॉक्टरों की भर्ती को रद्द किया गया है. उन्होंने मांग की कि मुख्यमंत्री को स्पष्ट करना चाहिए कि परीक्षा में क्या खामियां थी, जिसके कारण भर्ती को रद्द किया गया. उन्होंने इस दौरान बिजली के बिलों में फ्यूल सरचार्ज के नाम पर बिजली उपभोक्ताओं से आगामी 3 महीने में 600 करोड़ रुपए की वसूली को भी गलत ठहराया. सराफ ने कहा कि बिजली बिलों के मुद्दे पर शुक्रवार को भाजपा नेता फेसबुक और सोशल मीडिया पर हल्ला बोल कार्यक्रम शुरू करेंगे. इसका आगाज शुक्रवार सुबह 9:30 बजे सतीश पूनिया के फेसबुक लाइव से होगा.