जयपुर. राजस्थान ईस्टर्न कैनाल परियोजना को लेकर राजस्थान में जारी सियासत के बीच 10 जुलाई को दौसा में होने वाली भाजपा की बड़ी सभा रद्द होने के मामले में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सफाई दी (Clarification on Dausa public meeting cancellation) है. शेखावत ने टि्वटर पर सफाई देते हुए एक पोस्ट के जरिए राष्ट्रपति चुनाव प्रचार कार्यक्रम और आगामी भाजपा प्रशिक्षण वर्ग का हवाला दिया है. हालांकि सियासी चर्चा यह भी है कि सभा रदद् करने को लेकर कांग्रेस कहीं भाजपा नेताओं की अंदरूनी कलह को मुद्दा ना बना ले, इसलिए शेखावत को स्थिति साफ करना पड़ी.
दरअसल 28 जून को प्रदेश भाजपा मुख्यालय में ईआरसीपी प्रोजेक्ट को लेकर पूर्वी राजस्थान से जुड़े भाजपा जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों की बैठक रखी गई थी. बैठक में इस सभा को लेकर विस्तृत चर्चा भी होती, लेकिन तब उदयपुर हत्याकांड का मसला सामने आया और चर्चा नहीं हो पाई. हालांकि बैठक समाप्ति के अंतिम चरण में सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने मंच पर मौजूद पार्टी पदाधिकारियों से 10 जुलाई को होने वाली सभा में आने से जुड़ी चर्चा छेड़ी. लेकिन इस बारे में फिर से चर्चा करने की कह कर सब पदाधिकारी चले गए.
अब सियासी चर्चा यह है कि जिस मुद्दे को कांग्रेस लगातार मुखरता से उठा रही है, उसके जवाब में दौसा में किरोड़ी लाल मीणा के आग्रह पर रखी जाने वाली बड़ी आमसभा को लेकर पार्टी पदाधिकारियों ने अपना इंटरेस्ट क्यों नहीं दिखाया. सियासी गलियारों में इसके पीछे एक बड़ी वजह किरोड़ी और दौसा सांसद जसकौर मीणा के बीच चल रही पुरानी अदावत भी बताई जा रही है. फिलहाल यही चर्चा है. हालांकि असली कारण 10 जुलाई को माउंट आबू में शुरू होने वाले प्रदेश स्तरीय प्रशिक्षण वर्ग का कार्यक्रम है. सभा में संबोधन का दारोमदार जिस केंद्रीय मंत्री पर है वो भी राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के प्रचार कार्यक्रम में व्यस्त हैं.
शेखावत ने बताई अपनी यह व्यस्तता: दौसा में 10 जुलाई को भाजपा की सभा रद्द होने के मामले में बुधवार को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने ट्वीट किया. इसमें उन्होंने बताया कि उन्हें राष्ट्रपति पद की एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के प्रचार कार्यक्रम का संयोजक बनाया गया है, जिसके चलते देश के अलग-अलग भागों में यात्राएं कर रहे हैं. साथ ही 10 जुलाई को माउंट आबू में राजस्थान भाजपा का प्रशिक्षण वर्ग भी होना है. इसलिए उन्होंने दौसा में प्रस्तावित आम सभा को स्थगित कर आगे बढ़ाने की बात कही. उन्होंने कहा कि आम सभा की नई तारीख जल्द ही सूचित कर दी जाएगी.
किरोड़ी ने कांग्रेस के सम्मेलन पर साधा निशाना: वहीं किरोड़ी ने बुधवार को हुए कांग्रेस सम्मेलन पर निशाना साधते हुए पूछा (Kirodi targets Gehlot on ERCP) है कि 37,000 करोड़ रुपए के इस प्रोजेक्ट के लिए वे वित्त की व्यवस्था कैसे करेंगे. किरोड़ी ने कहा कि सीएम जनता को गुमराह कर रहे हैं. इस प्रोजेक्ट के नाम पर वोटों की फसल काटना चाहते हैं. वे आने वाले चुनावों में इस प्रोजेक्ट को राजनीतिक हथियार बनाना चाहते हैं. लेकिन जनता इसे समझ चुकी है. किरोड़ी ने इस मसले पर सीएम को राजनीति छोड़ तकनीकी उपयुक्तता की वांछित सूचना केंद्र को भेजने की नसीहत दी है, जिससे इसे राष्ट्रीय परियोजना घोषित किया जा सके.