जयपुर. कांवड़ यात्रा में परमिशन लागू करने और डीजे पर पाबंदी लगाने के खिलाफ शनिवार को भाजपा नेता और उनके समर्थकों ने पुलिस कमिश्नर के नाम ज्ञापन (Sawan Kanwar Yatra) सौपा है. यह ज्ञापन जिलाध्यक्ष राघव शर्मा के नेतृत्व में दिया गया. दूसरी ओर पुलिस ने एसओपी का हवाला दिया और किसी भी तरह के साम्प्रदायिक तनाव को दूर करने के लिए सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने की बात कही.
डीसीपी नॉर्थ परिस देशमुख के मुताबिक सावन के महीने में होने वाले तमाम आयोजनों को लेकर पुलिस ने पुख्ता इंतजाम किए हैं. जयपुर में करीब एक हजार शिवालय है, जहां सावन के महीने में कार्यक्रम आयोजित होते हैं. अकेले नार्थ जिले में करीब 400 शिवालय हैं, जहां भक्तों का तांता लगा रहता है. ऐसे में इन शिवालयों की सुरक्षा के साथ शहर में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किए गए हैं.
उन्होंने बताया कि तमाम कार्यक्रमों को लेकर धर्म गुरुओं के साथ शांति समिति और सीएलजी के सदस्यों की बैठक की गई है. अब पहली बार जयपुर में कांवड़ यात्रा में जाने वाले हर शिवभक्त का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा. गलता से कांवड़ यात्रा के लिए जल लाने के दौरान पुलिसकर्मी यात्रियों का रजिस्ट्रेशन कर संबंधित पुलिस थाने पर यात्रा के रूट की सूचना देंगे. जिसके बाद रूट पर पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे, जो कांवड़ यात्रियों की सुरक्षा का जिम्मा संभालेंगे. उन्होंने बताया कि यात्रा में ड्रोन कैमरों से निगरानी रखी जाएगी. वहीं शहर में डीजे पर पाबंदी के आदशों की पालना पुलिस (Jaipur police) सख्ती से कराएगी.
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पुलिस पर तुष्टीकरण का आरोप: भाजपा का मानना है कि सुरक्षा के नाम पर जानबूझकर कांवड़ियों को परेशान किए जाने की ये कोशिश है. शहर में आने वाले कांवड़ यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था पर भाजपा नेता राघव शर्मा और उनके समर्थकों ने पुलिस प्रशासन पर तुष्टीकरण का आरोप लगाया. शनिवार को राघव शर्मा अपने समर्थकों के साथ जयपुर कमिश्नरेट पहुंचे, और डीसीपी नॉर्थ परिस देशमुख को यात्रियों के लिए बनाए गए नियमों में शिथिलता देने समेत कई मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा.