जयपुर. प्रदेश में सियासी पारा इन दिनों गरमाया हुआ है. बूंदी में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया (BJP President Attack Case) के काफिले पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के काले झंडे दिखाने और पथराव के मामले में भाजपा राजस्थान की गहलोत सरकार पर हमलावर है. बीजेपी कार्यकर्ता प्रदेश भर में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
इस संबंध में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया (Satish Poonia target Gehlot Government) ने कहा कि मुझपर हमला कर हत्या का प्रयास किया गया है. उन्होंने कहा कि इस तरह की ओछी और छोटे स्तर की हरकत मुझे डरा नहीं सकती. बेरोजगारी, किसान, भ्रष्टाचार जैसे विषयों को लेकर मुखरता से बोलता हूं और आगे भी बोलता रहूंगा.
पूनिया ने कहा कि इस समय प्रदेश की कांग्रेस सरकार का कार्यकाल ऐसा है जहां भ्रष्टाचार बड़ा मुद्दा है. मैं लगातार पीड़ितों की आवाज बनता जा रहा हूं और आगे भी बनता रहूंगा. मुझ पर ऐसे हमले करवारकर कोई डरा नहीं सकता. पूनिया ने कहा कि मैंने पुलिस के उच्चाधिकारियों को घटना की जानकारी दी है, लेकिन इश बारे में प्रदेश के गृह मंत्री को चिंता करनी चाहिए. मैं उनके साथ का ही विधायक हूं. मेरे ऊपर हत्या के प्रयास जैसा हमला हुआ है. ऐसा लगता है कि प्रदेश सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है.
पूनिया ने कहा कि बूंदी की घटना पर वरिष्ठ नेताओं ने भी कहा है कि आज तक ऐसा नहीं हुआ. यह दुर्भाग्यपूर्ण और अफसोसजनक घटना है. निर्भया को न्याय दिलाने के लिए हम कल भी मैदान में थे और आगे भी यदि कोई घटना होगी तो पुरजोर तरीके से सरकार की आंखें खोलने के लिए मैदान में उतरेंगे. रीट मामले में सरकार पूरी तरीके से घिरी हुई है. अगर इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होगी तो सरकार का कई चहेते जेल चले जाएंगे.
पूनिया ने कहा कि आमजनता की आवाज बन कर हम सदन में भी लड़ेंगे और सदन के बाहर भी आवाज उठाने के लिए तैयार रहेंगे.आज प्रदेश के लोगों को गहलोत सरकार सुरक्षा नहीं दे पा रहे हैं. लोग अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. सरकार इस तरह के मुद्दे पर पूरी तरीके से कमजोर पड़ी है. पूनिया ने कहा कि राजीव गांधी स्टडी सर्किल की जांच सीधे मुख्यमंत्री तक जा रही है. जो लोग इस प्रकरण में शामिल हैं उन्हें दंडित करना चाहिए.
पूनिया ने कहा कि कार्यकर्ताओं से अनुरोध किया गया है कि वह ऐसा कुछ भी न करें जिससे आम जनता के बीच गलत मैसेज जाए. पार्टी सिद्धांतों और विचारधारा के साथ चल रही है. हम लोकतंत्र में लोकतांत्रिक तरीकों से अपनी बात रखते आ रहे हैं और आगे भी रखेंगे. भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अनुशासित है, 'नाथी का बाड़ा' घटना को लेकर पूनिया ने कहा कि नाथ एक उदारवादी महिला थी, उसको लेकर कहा जाता है कि वो हर उस व्यक्ति की सहायता करती थीं जो उसके दरवाजे पर जाता था. पिछले दिनों कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के पास जब कुछ लोग अपनी फरियाद लेकर गए उनके के साथ बुरा व्यवहार किया गया. कहा गया कि ये क्या नाथी का बड़ा समझा है, एक महिला को भी धक्के मारकर निकाल दिया गया.